Dr. Nayan singh(P.T)
- B.P.T (Jhar.), D.P.T(Luck.)
- Certified in Chiropractic & Osteopathy, Dry Needling therapy Etc.
- Email- drnayansingh5@gmail.com
Official website- Drnayan.in
WhatsApp Mob no- +91 7088836744
हमारे सेंटर का नाम– BABA chiropractic & physiotherapy center है.
सेंटर का स्थाई पता–
Address: karamchari Nagar (chauraha Mini Bypass road, Saidpur Hawkins Rd, near smart city hospital, Izatnagar, Bareilly, Uttar Pradesh 243001
कमर की नस दबने में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, और कमर की नस दबने पर क्या खाना चाहिए, इसके साथ एक्सरसाइज (व्यायाम) और प्रीतिदिन की दिनचर्या में उठने–बैठने के पोस्चर (तरीका) को ठीक करके पूरा प्रोटोकॉल को करके कमर की दबी नस ठीक (खोलेंगे) करेंगे।
कमर की दबी नस में क्या क्या नहीं करना चाहिए –
- लगातार 20 मिनट्स से अधिक बैठने से बचे।
- कमर को झुकाने से बचे।
- कमर की नस दबने पर वजन नही उठाना चाहिए।
- कमर पर झटका आने से बचे।
- अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबध कुछ दिनों तक न करें या फिर करे तो जोर लगाकर झटका देने से बचे।
- गलत तरीके से न सोए। हमेशा सीधा लेते या उल्टा।
- गाड़ी या कार व अन्य वाहन को चलाने से बचें।
उन मूवमेंट्स को छोड़ दें जिनमें कमर के निचले हिस्से पर महत्वपूर्ण अक्षीय भार शामिल है, जैसे स्क्वाट और लेग प्रेस। पैर के अंगूठे के स्पर्श, उठक-बैठक और योग के आसन से बचें जो दर्द को बदतर बनाते हैं और पीठ को महत्वपूर्ण रूप से मोड़ते हैं।
जानी कमर की नस दबने पर कौन-कौन से इलाज कारगर होते हैं, l4 l5 s1 disc bulge treatment without surgery in hindi
फिजियोथैरेपी उपचार –
फिजियो थेरेपी बहुत ही अच्छा माध्यम है कमर की दबी हुई नस को ठीक करने का, फिजियो थेरेपी में इलेक्ट्रिक थैरेपी जैसे– ट्रांस कुटेनियस इलेक्ट्रिक नवल स्टेशन T.E.N.S, इंटरफरेंशियल थेरेपी I.F.T, इंफ्रारेड लैंप, शॉर्ट वेव डायथर्मी S.W.D, और अल्ट्रासोनिक इत्यादि मशीन, Dry Needling therapy, Cupping therapy, व मांसपेशियों के खिंचाव व मांसपेशियों को मजबूत करके उपचार किया जाता है। जिसे कभी भी नस अपनी जगह जाती है। फिजियोथैरेपी में बहुत जल्दी आपको रिजल्ट देखने को नहीं मिलेगा परंतु लगातार फिजियोथेरेपी कराने पर आपको अच्छे रिजल्ट देखने को मिल सकते हैं यह जड़ से समस्या का निदान करने का तरीका है।
कायरोप्रैक्टिक एडजस्टमेंट ट्रीटमेंट–
उपचार आपके रेड में किसी भी प्रकार की समस्या जैसे– एंक्यूलोजिंग स्पोंडिलाइटिस, स्कोलियोलिस, डिस्क बल्ज, हेर्निएटेड डिस्क, साइटिका, काइफोसिस इत्यादि समस्याओं का जड़ से निदान बहुत कम समय में कर देता है। इससे आपके कमर की दबी हुई नस अपनी जगह आ जाती है। एक अच्छे कायरोप्रैक्टर आपको 3–15 थैरेपी सेशन में ठीक कर सकते हैं। आजकल यह बहुत प्रचलित है, आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में हम सभी का पोस्चर वैसे भी ठीक नहीं रहता, इसलिए कायरोप्रैक्टिक एडजस्टमेंट जरूर कराना चाहिए।
कमर की दबी हुई नस व इसकी वजह से हो रही सूजन, दर्द व झनझनाहट को कम करने के लिए विटामिन D3, विटामिन B12, विटामिन C, और कुछ दर्द निवारक एनाल्जेसिया क्रीम व गोलियां कमर की दबी नस & साइटिका की सूजन, दर्द व झनझनाहट से राहत दिलाती हैं।
सर्जरी–
L4 l5 s1 हर्नियाटेड डिस्क व डिस्क बल्जिंग और साइटिका की रिकवरी के लिए क्या खाए और क्या नही खाना चाहिए?
Anti-inflammatory फूड–
जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं जैसे – टमाटर, अनानास, Blueberry, Nuts and seeds (बादाम), चाय आदि।
कोलाइजन Type i and type ii –
Beans, Nuts and seeds (बादाम), Whole grain, आदि।
कुछ जरुरी विटामिन
विटामिन C स्रोत– Citrus food जैसे (संतरा, मौसमी, टमाटर, नींबू) आदि। यह सिर्फ एक्यूट कंडीशन में इस्तेमाल करें।
विटामिन D स्रोत– धूप में उल्टा लेटना, मशरूम, fortified cereals, बादाम आदि।
विटामिन b12– डेयरी उत्पाद, fortified cereals आदि।मैगनीज – ब्राउन राइस, ओटमील, हरी पत्तेदार सब्जियां, डार्क चॉकलेट (डायबिटिक वाले रोगी इसको न खाएं)।
अवॉयड एसिटिक फूड–
खाने बाला तेल, पिज्जा, चाउमीन, बर्गर, मैदा से बने उत्पाद, पैकेट बंद वाले उत्पाद जैसे– कुरकुरे, बिस्किट इत्यादि।
शुगर बढ़ाने वाले उत्पादों को खाने से बचें– सोडा, कोल्ड्रिंक, अल्कोहल, मिठाई आदि।
कमर की दबी नस खोलने के लिए यह 10 व्यायाम जरूर करें
Not 🚷– अधिक दर्द व परेशानी होने पर 21 दिन तक आराम कर सकते है। अगर दर्द कम है तो यह एक्सरसाइज करना शुरू करें। अगर किसी भी एक्सरसाइज को करने से समस्या बढ़ती है तो उसको छोड़कर बाकी की एक्सर्साइज करें।
1.स्पाइन डिकम्प्रेशन एक्सरसाइज-
यह डिकम्प्रेशन एक्सरसाइज करने के लिए किसी बेड या तख्त या फिर किसी तख्त पर एक साइड से कमर को थोड़ा निकालकर दोनों पैरों को हवा में ढीला छोड़ दे और रीड़ को भी, हाथो की सहायता से पकड़े तख्त या बेड जहां भी लेते हो अच्छे से पकड़ लें। यह डिकम्प्रेशन एक्सरसाइज को करने के लिए लगातार 10–20 सेकेंड्स ऐसे ही इसी अवस्था में रहें फिर वापस उसी अवस्था में आजाएं।
इस तरह से आपको 10–20 बार करें। आराम मिलने और कुछ दिन पश्चात इसकी संख्या के नंबर को बड़ा सकते हो।
डिकम्प्रेशन एक्सरसाइज आपके कमर की दबी कमर की नस को खोलती है और कमर में डिस्क के दबाव को कम करती है, इससे आपको फेसिट ज्वाइंट आर्थरोपैथी, डिस्क बल्ज, हेर्निएटेड डिस्क, सियाटिका आदि की नस दबने से पक्का राहत मिलेगी। यह एक्सर्साइज को छोड़े नही बहुत महत्वपूर्ण व्यायाम है।
2. कर्ल–अप एक्सरसाइज.
पीठ के बल लेट जाएं अपने दोनों घुटनों को हाथों से पकड़कर छाती पर तब तक लाएं जब तक कमर के निचले हिस्से में आरामदायक खिंचाव महसूस हो, पीठ को ढीला रखें, 50 से 60 सेकंड तक ऐसी स्थिति में रहे, शुरू में 15 से 20 बार ऐसा करें। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे। डबल नी टू चेस्ट स्ट्रेच एक्सरसाइज करने से सियाटिका नस और ग्लूटियल मसल्स में खिंचाव आता जिससे दर्द में आराम और पैरों में रेंगती हुई झनझनाहट व सूनापन से आराम मिलता है।
4. लोअर ट्रंक रोटेशन स्ट्रेच एक्सरसाइज
पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं, पीठ को सीधा रखें, पैरो को जोड़ लें, अब घुटनों को एक साथ बाएं और फिर दाएं घुमाएं। हर बार यह स्थिति में 50 से 60 सेकेंड्स तक एक ही स्थिति में रहें। शुरू में 5 से 10 बार ऐसा करें। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे। यह एक्सरसाइज को करने से कमर की दबी हुई नस अपनी जगह आती है और मांसपेशियों की जकड़न से राहत मिलती है।
5. पेल्विक टिल्ट एक्सरसाइज
पीठ के बल लेट जाएं, घुटनों को मोड़ लें, पैरों को जमीन पर टिका दें, शरीर से सटाकर रखें, कमर का कुछ हिस्सा जमीन से लगा दे (कूल्हे ऊपर की ओर उठाकर), 10–15 सेकंड तक ऐसे ही रहे और वापस मूल स्थिति में आ जाएं, धीरे-धीरे इस समय को 60 सेकंड तक बढ़ाएं, शुरू में 10 से 20 बार ऐसा करें। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे। एक्सरसाइज कूल्हे व कमर की मांसपेशियों को मजबूत करती है और दर्द से राहत दिलाती है।
6. प्रोन लंबर एक्सटेंशन एक्सरसाइज
प्रयोजन आपकी कमर के निचले हिस्से में खिंचाव लाने के लिए.
पेट के बल लेट जाएं, सर की सीध में अपने दोनो हाथ जमीन पर टिकाएं। धीरे धीरे अपने कमर से ऊपर के हिस्से को जमीन से ऊपर उठाएं, हाथों को सीधा रखें, लेकिन कूल्हों को जमीन से टीकाएं रखें, 10 सेकंड तक इसी स्थिति में रहें।. हाथों को ढीला छोड़कर, जमीन पर पहले वाली स्थिति में आ जाएं, शुरू में 15 से 20 बार ऐसा करें। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे। प्रोन लंबर एक्सटेंशन एक्सरसाइज l4 l5 s1 डिस्क बल्ज व हेर्निएटेड डिक वल्ज और साइटिका की समस्या को ठीक करने की एकमात्र सबसे उपयोगी एक्सरसाइज है इसको तो बिलकुल भी न छोड़े।
7. अल्टरनेट आर्म लैग एक्सटेंशन एक्सरसाइज.
हाथों और घुटनों को जमीन पर रखकर, चेहरा जमीन की सीध में रखें, दाएं हाथ और बाया पैर ऊपर उठाएं, गर्दन को ना मोड़े, 10 सेकंड तक इसी स्थिति में रहे, अब बायां हाथ और दायां पैर ऊपर उठाएं और गर्दन को ना मोड़ें, 10 सेकंड तक इसी स्थिति में रहे और मूलस्थिति में आएं, शुरू में 10 से 15 बार ऐसा करें। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे। कमर के व दबी नस के दर्द से राहत दिलाएगी।
8. अल्टरनेट लैग एक्सटेंशन एक्सरसाइज.
पेट के बल लेटकर, अपने हाथों को मोड़ कर थोड़ी के नीचे रख ले, अब धीरे से अपना एक पैर ऊपर उठाएं, ज्यादा नहीं, इसे मोड़े नहीं, अपना पेट वाला हिस्सा जमीन पर सीधा रखें, अब पैर धीरे-धीरे नीचे लाएं, और दूसरे पैर से भी ऐसा करें, 10–10 सेकंड तक इसी स्थिति में रहे और मूलस्थिति में आएं, शुरू में 10 से 15 बार ऐसा करें। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे।एक्सरसाइज डिस्क बल्ज व हर्निएटेड डिस्क को ठीक करने में बहुत मदद करती है।
9. साइड प्लैंक एक्सरसाइज
सबसे पहले साइड से करवट लेकर लेटना है, दोनों पैरों को साइड से सीधा रखें, कोहनी के बल साइड से लेते और कमर को सीधा करें दूसरे हाथ को कमर पर रखें, ऐसा 5 से 10 सेकंड तक एक ही अवस्था में रहें और वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं, शुरुआती दिनों में 10 से 15 बार एक साइड से करें फिर इसको दूसरी साइड से ऐसे ही करें, स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे।साइड प्लैंक एक्सरसाइज कमर व पेट के कोर मसल्स को मजबूत करती है , L4 l5 s1 हर्नियाटेड डिस्क व डिस्क बल्ज की रिकवरी को बढ़ाती है!
10. हैमस्ट्रिंग मसल्स साइटिका नर्व स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
सबसे पहले दोनों पैरों को सीधा करके लेट जाएं,अब दोनों पैरों को घुटने से मोड़ें, इसके बाद एक पैर को नबाबो बाली पोजीशन में दूसरे पैर पर रख लें, और दूसरे पैर के घुटने को दोनों हाथों से पकड़ कर पेट की साइड में मोड़े इससे आपको कूल्हे ब कमर में अच्छा खिंचाव महसूस होगा, ऐसा 5 से 10 सेकंड तक एक ही अवस्था में रहें और वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं, शुरुआती दिनों में 10 से 20 बार ऐसे करें फिर इसको दूसरे पैर भी से ऐसे ही करें, स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे।यह एक्सरसाइज पैर में जाने वाले दर्द, रेंगती हुई झनझनाहट और सूनापन को ठीक करेगी।
11. ट्रंक फ्लैक्शन स्ट्रेच एक्सरसाइज-
घुटनों और हाथो पर वजन डालें, कमर को घुमाकर सर को नीचे लाएं, थोड़ीं को अंदर डालें। धीरे-धीरे ऐड़ी के बल बैठे, कंधों को सामने जमीन की तरफ झुकाएं। शुरू में 50से 60 सेकेंड तक ऐसी इसी अवस्था में रहे। स्थिति में सुधार आने पर संख्या को बड़ाते रहे। इसको करने से आपके रीढ़ के दर्द और मांसपेशियों की जकड़न आराम मिलेगा।
कमर की नस दबने पर सही किस्म की बेल्ट का इस्तेमाल करें-
अगर कमर की नस या डिस्क में दबाव अधिक है तो लंबर कॉन्टोयर, या लंबर सपोर्ट बेल्ट और रीड़ में टेड़ापन है तो पोस्चर करैक्टर बेल्ट का जरूर इस्तेमाल करें। यह आपकी कमर की नस दबने और Disc bulge & herniated disc से बहुत राहत पहुचायेगी। सोते समय और खाना खाते समय इसका इस्तेमाल न करें। जब उठना बैठना हो या कही जरूरत पड़ने पर जाना हो तो जरूर से जरूर इसका प्रयोग करे। आप बहुत जल्दी ठीक हो जाएंगे।
Note📛– अगर आपको ऐसी समस्या है और आप हमको कॉल करना या अपना इलाज पाना चाहते हैं तो आप अभी हमारी ऑफिसियल वेबसाइट https://drnayan.in/appointment से अपना अपॉइंटमेंट बुक करके इलाज करा सकते हैं। या हमको यह नंबर पर व्हाट्सएप कर सकते हो +91 7088836744 अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद।