कमर दर्द क्यों होता है — कारण और घरेलू इलाज (Back Pain in Hindi)
कमर शरीर मैं घर के एक पिलर के समान है अगर इसमें कोई भी कमजोरी या मजबूती कम हो जाती है तो हमारे शरीर का चलने उठने बैठने का तौर तरीका बिगड़ जाता है और हल्के, मध्यम व तेजी के साथ दर्द होता है।
कमर दर्द व कमर के निचले हिस्से में दर्द (lower Back Pain in Hindi) होना आजकल सामान्य हो गया है हर 100 में से लगभग 70% लोगों को कमर दर्द देखने को मिलता है कमर के निचले हिस्से में, कमर से लेकर पैर तक जाने वाला दर्द, झनझनाहट के साथ में रेंगता हुआ कमर से लेकर पैर तक दर्द जाता है हालांकि यह दर्द वृद्धावस्था व कंप्यूटर पर लगातार काम करने वाले लोगों में अधिक देखने को मिलता है।
वर्तमान समय में घर की रोजी-रोटी चलाने के लिए और दैनिक जीवन जीने के लिए लोग नौकरी करना पसंद करते हैं कंप्यूटर का लैपटॉप और ऑफिस में बैठकर लगातार काम करने वाले लड़के व लड़कियां कमर दर्द का शिकार सबसे पहले बनती है। लगातार कंप्यूटर कुर्सी पर बैठकर काम करने से मांसपेशियों में अधिक तनाव आता है और disc पर अधिक दबाव आता है इसके कारण कमर की नस दब जाती है। कमर की नस दबने के कारण भी कमर के निचले हिस्से में अधिक दर्द Kamar Ke Nichle Hisse Me Dard Hona होता है।
अगर कमर का दर्द हल्का-फुल्का है तो 12 मिनट 2 लीटर भगोउने में हल्का सहन करने लायक पानी को गर्म करके तौबल भिगोकर निचोड़कर कमर के दर्द वाले हिस्से पर लगाने से घरेलू तरीका अपना कर कमर के दर्द Kamar Ke Nichle Hisse Me Dard Hona को ठीक कर सकते हो।
कमर दर्द से संबंधित कुछ मुख्य बिंदु
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द किन कारणों से हो रहा है इसके लिए रेडियोलॉजिस्ट (xray, MRI आदि) कराके, ऑर्थोपेडिक, न्यूरोसर्जन, फिजियोथैरेपिस्ट, चिरौप्रैक्टर आदि फिजिकल एग्जामिनेशन करके उपचार करते हैं।
- बढ़ती हुई जनसंख्या वृद्धि, IT work, इंटरनेट, भारी वजन उठाना, गलत जीवनशैली, मोबाइल इत्यादि इंटर्वर्टेब्रल डिस्क के दबाव का कारण बनते जा रहे हैं। जिसके कारण कमर दर्द व कमर के निचले हिस्से में दर्द का होना आम बात है।
- कमर में दर्द (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) भारी वजन उठाना भी कमर पर दवाब डालता है।
- कमर दर्द (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) होने से सायटिक दर्द भी हो सकता है
- विटामिन D3, विटामिन B12 की कमी के कारण भी कमर में दर्द होता है।
Table of Content- कमर दर्द क्यों होता है — कारण और घरेलू इलाज (Back Pain in Hindi)
- कमर दर्द क्या है
- कमर दर्द के कारण
- कमर में दर्द के लक्षण
- कमर दर्द का घरेलू इलाज
- कमर दर्द होने पर क्या करें और क्या नहीं?
- कमर दर्द होने पर डॉक्टर से कब मिलें?
- कमर दर्द से बचने के उपाय
- कमर दर्द का इलाज
कमर दर्द क्या है — What is Back Pain In Hindi
कमर दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द (back bone pain in hindi) संसार भर में लोगों को कम करने उठने बैठने चलने में परेशानी महसूस करता है। जिसके कारण व्यक्ति का अपने कार्य में मन नहीं लगता है।
पीठ के निचले हिस्से का दर्द के मुख्य जोखिम जैसे – शरीर में मोटापा, शरीर की अधिक लंबाई, सीढ़ियां चढ़ना आदि शामिल हैं।
कमर दर्द के कारण — Back Pain Reason in Hindi
दुनिया भर में कमर दर्द लोगों में कई कारणों (reason of back pain in hindi) से होता है। समय से अगर हम इस पर ध्यान रखें तो कमर दर्द को आसानी से ठीक किया जा सकता है अगर यह सब करण में से कोई भी कारण होता है तो कमर दर्द होने की संभावना अधिक है जो की निम्नलिखित है –
- आधुनिक तकनीकी का उपयोग करने के कारण कमर होता है।
- शरीर में वजन बढ़ाना और मोटापे के कारण भी कमर दर्द होता है।
- रीढं में डिस्क की समस्या के कारण भी कमर दर्द होता हैं।
- भारी वजन उठाने के कारण भी कमर दर्द होता है।
- एक्सीडेंट होने या कोई चोट लगने के कारण भी कमर में दर्द होता है।
- लगातार एक जगह बैठे रहने से भी कमर दर्द होता है।
- मांसपेशियों में ऐंठन व संतुलन न होने के कारण भी कमर दर्द होता है।
- विटामिन B12 विटामिन D3 की कमी के कारण भी कमर दर्द होता है।
- पेट में गैस बनने के कारण भी कमर दर्द होता है।
- कैल्शियम की कमी के कारण भी कमर दर्द होता है।
- HLA 27 पॉजिटिव होने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है।
- खराब जीवन शैली होने के कारण भी कमर दर्द होता है।
- Ankylosing spondylitis, scoliosis, kyphosis, anterolisthesis व retrolisthesis आदि स्पिन की समस्या होने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है।
1 आधुनिक तकनीकी का उपयोग करने के कारण कमर होता है।
आजकल सबसे ज्यादा कमर दर्द होने का कारण मोबाइल, लगातार बैठे रहना, कंप्यूटर, लैपटॉप व डेस्कटॉप पर बैठकर लंबे समय तक कार्यक्रम आदि है।
2 शरीर में वजन बढ़ाना और मोटापे के कारण भी कमर दर्द होता है।
कमर में दर्द होना शरीर में अधिक वजन बढ़ने के कारण और मोटापे के कारण भी होता है। जो व्यक्ति अधिक मोटे और वजन में ज्यादा होते हैं उनको कमर दर्द होने की संभावना नॉर्मल लोगों से कहीं ज्यादा होती है।
3 रीढं में डिस्क की समस्या के कारण भी कमर दर्द होता हैं।
रीढ में कोई चोट लगा या फिर की कोई ऐसी समस्या जैसे Ankylosing spondylitis, scoliosis, kyphosis, anterolisthesis व retrolisthesis आदि स्पिन की समस्या होने के कारण भी कमर दर्द होता है।
4 भारी वजन उठाने के कारण भी कमर दर्द होता है।
भारी वजन उठाने से कमर पर अधिक दबाव आता है जिसके कारण कमर की नस व डिस्क दबती है उसके पश्चात कमर में दर्द होने लगता है।
अगर कमर में दर्द का कारण वजन उठाना था। तो लगभग 15 दिन आराम करें
5 एक्सीडेंट होने या कोई चोट लगने के कारण भी कमर में दर्द होता है।
6 लगातार एक जगह बैठे रहने से भी कमर दर्द होता है।
7 मांसपेशियों में ऐंठन व संतुलन न होने के कारण भी कमर दर्द होता है।
8 विटामिन B12 विटामिन D3 की कमी के कारण भी कमर दर्द होता है।
9 पेट में गैस बनने के कारण भी कमर दर्द होता है।
10 कैल्शियम की कमी के कारण भी कमर दर्द होता है।
11 HLA 27 पॉजिटिव होने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है।
12 खराब जीवन शैली होने के कारण भी कमर दर्द होता है।
13 Ankylosing spondylitis, scoliosis, kyphosis, anterolisthesis व retrolisthesis आदि स्पिन की समस्या होने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है।
कमर में दर्द के लक्षण
आजकल कमर में दर्द होना ही कम बात है लेकिन कमर दर्द को बीमारी कहना ठीक नहीं बल्कि कमर में दर्द एक लक्षण है जो की कमर में कोई भी समस्या होने पर महसूस हो सकता है। इसके अलावा आप कुछ और भी लक्षण महसूस कर सकते हैं जैसे की–
- कमर से लेकर पैर तक रेंगता हुआ दर्द महसूस होना
- पीठ में भारीपन महसूस होना
- मांसपेशियों में ऐंठन दर्द होना
- कमर के निचले हिस्से से पैर के तलवे तक झनझनाहट व सूनापन का महसूस होना
- अचानक से दर्द का तेज होना
- कमर में जकड़न होना
- कमर में सूजन होना
- पैर में मांसपेशियों की कमजोरी का महसूस होना
- पैरों में सुईया चुभने जैसा महसूस होना आदि।
इसके अलावा कमर में दर्द होने पर रोगी को चलने, उठने, बैठने व सोने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। अगर समय रहते हैं लक्षणों का ध्यान रखकर इलाज करवाया जाए तो यह समस्या ठीक हो जाती है
कमर दर्द कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह हमारे गलत जीवन शैली के वजह से होने वाला दर्द एक लक्षण है। कमर में दर्द ( lower back pain in hindi) होना बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक किसी भी उम्र के व्यक्ति में हो सकता है। जितना जल्दी हो सके चिकित्सक से परामर्श लेकर अपना इलाज कराएं।
कमर दर्द का घरेलू इलाज — Home Remedies For Back Pain in Hindi
अगर कमर दर्द कोई गंभीर बीमारी के कारण नहीं हो रहा है तो उसे घरेलू उपाय को अपनाकर ठीक किया जा सकता है जिनमें से कमर दर्द से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित है:-
01. गर्म पानी की सिकाई से कमर दर्द का घरेलू इलाज इन हिन्दी
गर्म पानी की सिकाई वैसे तो अनेकों दर्द में राहत दिलाता है लेकिन गर्म पानी में नमक मिलाकर थोड़ा का सरसों का तेल मिला में लगभग 1से 2 चम्मच इसके बाद पानी का टेंपरेचर का ध्यान रखें ज्यादा गर्म ना हो अपनी सहनशीलता के अनुसार ही तापमान रखें और इसके बाद इसमें तोलिया भिगोए और उसके बाद निचोड़ दें फिर अपने कमर के हिस्से पर रखकर सिकाई करने से कमर के दर्द में बहुत राहत मिलती है। यह कमर दर्द का बहुत अच्छा घरेलू उपाय है।
सिकाई करते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें की पानी ज्यादा गम नहीं होना चाहिए और पानी को डायरेक्ट त्वचा पर नहीं डालना चाहिए अन्यथा त्वचा जल सकती है। सिकाई तौलिया भिगोकर उसके बाद निचोड़ कर ही सिकाई करें।
02. नारियल व सरसों के तेल से कमर दर्द का इलाज
नारियल तेल हो या सरसों का तेल हो 57 लहसुन की कलियां तेल में मिला ले जब तक गर्म करें जब तक अच्छी तरह लहसुन की कलियां अच्छी तरह पक नहीं जाती। इसके बाद तेल को ठंडा होने दे और उसके बाद आप कमर के दर्द में इस तेल का इस्तेमाल करें। यह नारियल ब सरसों का तेल कमर के दर्द ( kamar ke niche dard ka upay) में बहुत अच्छा घरेलू उपाय है इसमें अनेक एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो दर्द और सूजन को कम करने में राहत पहुंचाते हैं।
लहसुन की कलियों से बने तेल की 10-15 मिनट मालिश करने से कमर दर्द में अमेजिंग राहत मिलती है।
03. हर एक घंटे में 8-10 मिनट बॉडी को थोड़ा हिला डुला लें
अगर आप लगातार बैठकर एक ही जगह काम करते हो तो शरीर को हर 1 घंटे में 8-10 थोड़ा हिलाना, डुलाना, घूमना, फिरना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मांसपेशियों मैं अकड़न उत्पन्न होने की संभावना कम है। 8 से 10 मिनट बॉडी को रेस्ट देने से कमर दर्द में काफी राहत मिलती है।
04. अपने बॉडी के पोस्चर को ठीक करें
बस, ट्रेन, मेट्रो, टेंपो, कार ,बाइक, आदि में अपने सही पोस्चर का आवश्यक ख्याल रखें सही पोस्चर होने पर रक्त का संचार शरीर में ठीक रहता है जिससे शरीर में मांसपेशियों की ऐंठन कम होती है। ऐसा करने से लोगों में कमर दर्द की शिकायत कम होती है।
05. कैल्शियम युक्त भरपूर डाइट लें
शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण भी कमर के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। 30 से 40 साल की उम्र के बाद लोगों में कैल्शियम की कमी का होना आम बात है।
शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए कुछ घरेलू खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे की डेरी उत्पादन दूध, दही, मट्ठा, छांच, पनीर, अंडा आदि
6. प्रतिदिन 25 से 30 मिनट एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज शरीर यह कैसी क्रिया है जिनको रोज 25 से 30 मिनट करने से शरीर में लचीलापन और मांसपेशियों में स्ट्रैंथ बनी रहती है जिसके कारण कमर में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। साइड प्लैंक, स्पाइन एक्सटेंशन एक्सरसाइज, सिंगल नी टू चेस्ट एक्सरसाइज आदि को करने से कमर के दर्द में बेहद आराम मिलता है।
07. डॉक्टर से परामर्श करें
कमर का दर्द अगर किसी गंभीर बीमारी या और वजह से हो रहा है तो या आपको आराम नहीं मिल रहा है तो आप अच्छे डॉक्टर से परामर्श लेकर अपना इलाज कर सकते हैं इसमें डॉक्टर कुछ एक्स-रे MRI इत्यादि जांच करने की सलाह दे सकते हैं उसके बाद समस्या की पुष्टि करने के बाद आपका इलाज व कमर दर्द से राहत दिलाने की प्रक्रिया शुरू करते हैं
कमर दर्द होने पर क्या करें और क्या नहीं?
कमर दर्द में एक तरफ जागरूकता कमर दर्द में मदद करती है दूसरी तरफ हमें जानकारी न होने के लापरवाही की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है। कमर दर्द में कुछ मुख्य कार्य जो हमको करने चाहिए और नहीं करने चाहिए निम्नलिखित है
कमर दर्द होने पर इन बातों का विशेष ध्यान रखें
- अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें
- दर्द निवारक तेल से मालिश करें
- 7 से 8 घंटे शरीर को प्रतिदिन रेस्ट दे आम आई लव यू
- प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें
- शरीर के पोस्चर को ठीक रखें
- मोटापा हो तो वजन कम करें
- विटामिन D3 विटामिन B12 की कमी न होने दें
- प्रतिदिन 25 से 30 मिनट व्यायाम करें
- भारी वजन उठाने से बचें
- कैल्शियम की मात्रा बना रखें
- झुकने वाले कार्यों से बचें
- धूम्रपान मदिरा आदि का सेवन न करें
- मसल्स में लचीलापन लाइन और उनमें मजबूती बड़ाए
- लगातार बैठने से बचें बीच-बीच में थोड़ा सा ब्रेक ले
- मोटर वाहन आदि की यात्रा चलने से बचें
कमर दर्द होने पर डॉक्टर से कब मिलें?
आमतौर पर कमर दर्द में लोग घरेलू नुस्खे या घरेलू उपाय का उपयोग करते हैं ज्यादातर लोगों को इसमें कमर में होने वाले दर्द से राहत मिल जाती है। लेकिन कुछ लोगों में कमर दर्द बहुत तेजी के साथ होता है और कोई आराम नहीं मिलता है तो चिकित्सक से आवश्यक परामर्श लेना चाहिए और अपना इलाज करना चाहिए।
कमर दर्द इन निम्न स्थितियों में आपको जल्द से जल्द अच्छे डॉक्टर से परामर्श लेकर इलाज करना चाहिए जो कि निम्न प्रकार है:–
- बार-बार कमर में दर्द होना
- पैरों में झुनझुनी होना
- कमर से नीचे पैर तक रहता हुआ दर्द महसूस होना
- पैरों में सूनापन महसूस होना
- कमर दर्द दो-चार सप्ताह से अधिक लगातार बने रहना
- हाथ पैरों की उंगलियां सुन्न होना
- मालवा मूत्र करने में कठिनाई होना या महसूस कम होना
- कमर में आंकड़े महसूस होना
शुरू शुरू में आप कमर बा गार्डन में दर्द महसूस करते हैं और इसके बाद स्पाइन में अकड़न बात चलने फिरने उठने बैठने की गतिशीलता में कमी पाए हैं। अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण का अनुभव करते हैं तो आप बेझिझक तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज कराएं।
कमर दर्द से बचने के उपाय
अपने जीवन में यह सब लागू करने से आप कमर के दर्द से बचाव कर सकते हैं कमर में होने वाले दर्द के बचाव निम्न प्रकार हैं:–
- सही मुद्रा में बैठे हैं
- ज्यादा लेटने आराम करने से बचें
- हरी ब पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें
- विटामिन D3, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन आदि पूरे रखें
- लगातार कुर्सी व कंप्यूटर पर बैठने से बचें
- विटामिन B12 युक्त फल व आहार खाएं
- रोज-रोज सुबह-सुबह एक्सरसाइज करें
- पर्याप्त पानी व जूस पिएं
- सुबह-सुबह टहले व जोगिंग करने को जाएं
- मांसपेशियों की मजबूती को बनाएं और लचीलापन लाएं
- जिंम व साइकलिंग करें
- भारी सामान ना उठाएं
इन सबके अलावा दर्द निवारक तेल से शाम को सोते समय 10 से 15 मिनट अच्छी तरह मालिश करें। झुकने वाले कार्यों से बचें इससे आपकी कमर में दर्द कम हो जाएगा
कमर दर्द का इलाज
कमर का दर्द अपने आप बहुत कम ही लोगों में ठीक होता है अगर आपने घरेलू उपाय भी अपना लिया है और कोई आराम नहीं मिलता है तो आप जरूर डॉक्टर को दिखाकर कमर दर्द का इलाज कराएं।
आजकल डॉक्टर कमर दर्द का इलाज के लिए दर्द निवारक दवाएं, एंटी इन्फ्लेमेटरी दवाएं, निम्न प्रकार की थेरेपी जैसे फिजियोथैरेपी, चिरौप्रैक्टिक एडजस्टमेंट, नेचरोथेरेपी, न्यूरोथेरेपी, पंचकर्म थेरेपी, सर्जरी, आदि में से कोई एक आपकी समस्या, उम्र, गंभीरता व कारण के आधार पर अलग-अलग उपचार (इलाज) हो सकता है।
कमर दर्द के कारण — Back Pain Reason in Hindi
01. तनाव से कमर दर्द हो सकता है — Stress Kamar Dard Ka Karan Ho Sakta Hai
विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव कमर दर्द (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) का मुख्य कारण हो सकता है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपकी मांसपेशियां अकड़ जाती हैं। ऐसे में पीठ की मांसपेशियों के अकड़ने पर (back pain kyu hota hai in hindi) आपकी कमर यानि पीठ के नीचले हिस्से में दर्द होता है।
अगर आप किसी कारण हमेशा तनाव में रहते हैं तो आपको कमर दर्द की समस्या हो सकती है। इस परेशानी से बचने के लिए आपको तनाव से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए।
02. मॉडर्न टेक्नोलॉजी कमर दर्द का कारण बन सकता है — Modern Technology Kamar Ke Niche Dard Ka Karan Ban Sakta Hai
आज आप टेक्नोलॉजी से घिरे हुए हैं। बिना मोबाईल या लैपटॉप के कोई भी काम करना या अपना जीवन बिताना काफी मुश्किल है। आवश्यकतानुसार मोबाईल या लैपटॉप का इस्तेमाल करना ठीक है, लेकिन लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर इसपर समय बिताने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है।
रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ने और आपके बैठने का पोस्चर खराब होने के कारण कमर के नीचे (Kamar Ke Niche Dard) दर्द होता है। इससे बचने के लिए आपको अपने पोस्चर का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही साथ, यह कोशिश होनी चाहिए कि आप हर एक घंटे के बाद कुछ मिनट के लिए ब्रेक लेकर टहलें।
03. नरम गद्दे पर सोने से कमर में दर्द हो सकता है
कई बार बहुत नरम गद्दे पर सोने से पीठ की मांसपेशियां में खिंचाव पैदा होता है जिसके कारण कमर में दर्द हो सकता है। अगर आप नरम गद्दे पर सोते हैं तो आपको इसका विकल्प ढूँढना चाहिए।
04. अधिक समय तक हाई हील पहनने से कमर दर्द होता है
अधिक समय तक हाई हील पहनना भी कमर दर्द का कारण बन सकता है। अगर आप कमर या पीठ दर्द से परेशान हैं तो आपको कुछ दिनों के लिए हाई हील सैंडल नहीं पहनना चाहिए। इससे आपको काफी फायदा हो सकता है।
05. वजन बढ़ने या मोटापे से कमर दर्द होता है
वजन बढ़ने या मोटापा के कारण कई तरह की बीमारियां और समस्याएं पैदा होती हैं, कमर में दर्द होना भी उन्हीं में से एक है। वजन बढ़ने के कारण रीढ़ की हड्डी पर अधिक भार पड़ता है जिसके कारण कमर दर्द होता है।
06. शरीर में कैल्शियम की कमी से कमर दर्द होता है
डॉक्टर का कहना है कि शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कमर दर्द की शिकायत होती है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से परामर्श करने के बाद कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए।
07. लंबे समय तक एक जगह बैठने से कमर दर्द होता है
लंबे समय तक एक ही जगह बैठने के कारण भी कमर दर्द की समस्या पैदा होती है। अगर एक जगह लंबे समय तक बैठने के कारण आपके कमर में दर्द होता है तो आपको थोड़े-थोड़े समय पर ब्रेक लेना चाहिए।
08. निष्क्रिय जीवनशैली जीने से कमर दर्द होता है
निष्क्रिय जीवनशैली जीने के कारण आधी से ज्यादा बीमारियां पैदा होती हैं। अगर आप सक्रीय जीवनशैली अपना लें तो आधे से ज्यादा बीमारियां पैदा नहीं होगीं और जो पैदा हो चुकी हैं वो दूर हो जाएंगी। निष्क्रिय जीवन जीने से शरीर की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं। नतीजतन, कमर दर्द की शिकायत पैदा होती है।
09. मांसपेशियों का तालमेल बिगड़ने से कमर दर्द होता है
आपके शरीर में लगभग 600 मांसपेशियां हैं और सभी एक दूसरे से जुडी हुई हैं। किसी एक मांसपेशी में समस्या पैदा होने पर वह दूसरी मांसपेशियों को प्रभावित करती है। यही कारण है कि हैमस्ट्रिंग्स में तनाव या पेट की मांसपेशियां कजोर होने पर कमर में दर्द होता है।
10. डिस्क में गड़बड़ी के कारण कमर में दर्द होता है
रीढ़ की हड्डी के बीच डिस्क मौजूद होता है जो रीढ़ में चोट या झटका लगने से रोकता है। लेकिन गलत पोस्चर में बैठने या किसी कारण इसमें गड़बड़ी आती है तो कमर दर्द की समस्या पैदा होती है। यही कारण है कि डॉक्टर हमेशा सही पोस्चर में बैठने का सुझाव देते हैं।
11. गंभीर बीमारियों के कारण कमर दर्द होता है
कई बार कमर दर्द का कारण कुछ गंभीर बीमारियां जैसे कि किडनी इंफेक्शन, अल्सर या पैन्क्रियाटाइटिस, रीढ़ की हड्डी का इंफेक्शन और ऑस्टियोमाइलाइटिस आदि भी हो सकती हैं। यही कारण है कि कमर दर्द होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसके सटीक कारण की पुष्टि करनी चाहिए।
इन सबके अलावा भी कमर दर्द के दूसरे अन्य कारण हो सकते हैं। डॉक्टर लक्षणों और जांच की मदद से इसके सटीक कारण की पुष्टि करते हैं। उसके बाद, इलाज की प्रक्रिया शुरू होती है।
12. गैस के कारण कमर में दर्द
कई बार गैस के कारण भी कमर में दर्द होता है। अगर आपके कमर दर्द का कारण गैस है तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद गैस की दवा का सेवन कर सकते हैं। सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी पीने से गैस यानी कब्ज की समस्या दूर होती है। आप इस उपाय को भी आजमा सकते हैं।