बुखार में उल्टी होने का कारण
बुखार मे खाना खाने के बाद या बिना खाना खाए उल्टी होना यह कई कारणों से होती है
१. शरीर मैं खून की कमी से भी उल्टी आ सकती है।
२. वायरल बुखार के आने के कारण मरीज को उल्टी सर दर्द चक्कर की समस्या उत्पन्न होने लगती है।
३. पेट मे गैस की समस्या से उल्टी हो सकती है
४. बुखार में बिना खाना खाए दवाई खा लेने से भी उल्टी हो सकती है।
५. आपका आपका पेट काफी टाइम से खा ली है और फिर खाना खा लेते हैं उसकी वजह से भी उल्टी होने की संभावना उत्पन्न हो जाती है।
५. गर्मी के मौसम में तेज गर्मी और गर्म शुष्क हवाएं जब चलती हैं उसके कारण बहुत से लोगों में डिहाइड्रेशन डायरिया तेज बुखार सर दर्द से लेकर उल्टी जैसी बीमारी है बुखार के साथ उत्पन्न होती हैं
उल्टी क्या है?Ulti kya hai ?
जब भोजन पेट से अनैकछिक रूप से बाहर आ जाता है उसको हम उल्टी कहते हैं पेट की मांसपेशियों के कारण उल्टी होना या वमन होना डायफ़्राम आदि हो जाता है उल्टी हमेशा पेट को या हमारे शरीर को जो घातक वस्तुएं क्रियाएं प्रतिक्रियाएं अधिक होती हैं उसकी वजह से ही होती है जो हमारा शरीर सहन नहीं कर पाता और उल्टी के लक्षण दिखाई देने पर लगते हैं उसकी वजह से उल्टी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है । उल्टी हते ही भयंकर कमजोरी महसूस होने लगती है पर सबसे पहले यह चिंता हो जाती है कि उल्टी कैसे रोके उल्टी होने से हाल बेहाल हो जाता है ज्यादा उल्टी होने से शरीर के ज्यादा पोषक तत्व निकल जाते हैं और कमजोरी महसूस होने लगती है मौत का खतरा बढ़ जाता है लेकिन अब हम उसको रोक सकते हैं वह भी अपनी रसोई के द्वारा अपने आप ठीक कर सकते हैं
उल्टी के घरेलू उपाय।Ulti ke ghrelu upaye
1. पहला उपाय ।
1.. उल्टी को रोकने के लिए घरेलू उपाय इस प्रकार हो सकते हैं हम अपने किचन से दो चम्मच अदरक का रस और 2 चम्मच नींबू का रस लेकर एक प्याले में मिला ले अदरक उल्टी को रोकने के लिए बहुत ही ज्यादा असरदार माना जाता है वहीं नींबू के रस में साइट्रिक एसिड उल्टी को रोकने में मददगार साबित होता है आप इस मिक्सर को दो से चार बार ले सकते हैं इसके सेवन से आपको तुरंत राहत मिलेगी।
1.दूसरा उपाय
दूसरे उपाय के लिए आपको चाहिए एक गिलास गुनगुना पानी और एक चम्मच दालचीनी पाउडर पानी में दालचीनी पाउडर अच्छी तरह मिक्स कर लें दालचीनी उल्टी को रोकने में सहायक होती है क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल होते हैं यह हमारे पेट में उत्पन्न समस्या जैसे गैस एसिडिटी आपस में बहुत ज्यादा फायदेमंद होते हैं इसके सेवन करने के तुरंत पश्चात आपको उल्टी में तुरंत आराम मिल जाएगा आप इसको दिन में दो या तीन बार में सकते हैं आप से 3 घंटे का गैप करेंगे तो आप इसको कर करके ही जरूर सेवन करेंगे
बार बार उल्टी होने पर घरेलू उपाय। Bar bar ulti hone par ghrelu upaye
चलिए दोस्तों जानते हैं उल्टी को तुरंत रोकने का नुक्सा दोस्तों इसको बनाने के लिए हमें एक पतीली मैं एक गिलास पानी लेंगे और इसको देवी आज पर गर्म कर लेंगे और उसमें चार लोंगे कोर्ट कर उसमें डाल लेंगे पानी को तब तक गर्म करेंगे कि आधा रह जाए और इस पानी को छलनी से छान कर और थोड़ा सा ठंडा करके इसे पी लेंगे तो तुरंत उल्टी होना रुक जाएगी और आपको आराम महसूस हो जाएगा
सफर के दौरान उल्टी हो तो क्या करें? Safar ke dooran ulti hi to kya kren?
1..यदि आप सफर कर रहे हैं तो आप अपने पास काला नमक या नींबू का रस या लॉन्ग अपने पास रखें यह जो उल्टी का मन हो तो उसे चबा ले उससे आपको उल्टी नहीं आएगी दोस्तों यह बीमारी खुद बताती है जब हम कोई यात्रा करते हैं तो उस वक्त जब हम को उल्टी होती है तो हमारा जी मिचलाने लगता है तब जाके हमारी उल्टी हो जाती है और हमारी यात्रा में बाधा उत्पन्न होती है और हम अपनी यात्रा का पूरा आनंद नहीं ले पाते यह उल्टी की अंदरूनी यात्रा के दौरान होती है जैसे बस, कार, ट्रेन आदि । खुले में यात्रा करने से हमको उल्टी नहीं आती है जैसे मोटर साइकिल, साइकिल आदि।
2.. अगर आपको मौसम सिकनेस होता है तो ध्यान रखें कि आप बस में सफर कर रहे हैं तो आप खिड़की के पास ही बैठे और ज्यादा बाहर को ना देखें क्योंकि तेज चलती गाड़ियां और वाहन आपका ध्यान भंग कर सकते हैं और आप को अचरज में डाल सकते हैं ऐसे आपका जी मिचलाने लगता है और उल्टी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। ऐसे में आपको अपना सबसे ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है ।यदि आप जब भी यात्रा करें, तो अपने पास कोई पानी की बोतल रख लें ताकि जैसे ही आपका दिल घबराए उसको पानी को पी लें और साथ में हो सके तो नींबू पानी भी रखें उससे आपको बहुत ज्यादा फायदा होगा।
3. यदि आप कार में ट्रेवल कर रहे हैं तो ध्यान रखें आगे वाली सीट पर बैठे और आंखें हो सके तो बंद कर ले ताकि आगे और साइड में जो वाहन तेजी से आवागमन करते हैं उनकी वजह से आपका जी मिचलाने लगता है और घबराने लगता है उसकी वजह से उल्टी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है ऐसे में आपको आगे वाली सीट पर बैठना चाहिए ध्यान रखें अगर आप ज्यादा खाना खाकर ट्रेवल करेंगे तो उल्टी के ज्यादा चांसेस बढ़ सकते हैं आपको हल्की डाइट फॉलो करनी है अगर आप ट्रैवल कर रहे हैं इससे आपको फायदा होगा। और फिर कोई उल्टी की समस्या भी उत्पन्न ना होगी और ना ही कोई आपकी यात्रा में बाधा हो आएगी।
उल्टी कितने प्रकार की होती है? Ulti kitne perkar ki hoti hai ?
आयुर्वेद के अनुसार उल्टी के 5 प्रकार और कारण होते है।
1:वातज
२: पित्तज
३:कफज
४: त्रिदोषज
५: आगंतुज
पहली उल्टी :वातज.
यह पेट में गैस से होने वाली उल्टी बात आज की श्रेणी में आती है
दूसरी उल्टी : पित्तज
यह पित्त कि गर्मी के कारण होने वाली उल्टी पित्तज की श्रेणी ने आती है।
तीसरी उल्टी: कफज
कफ या खासी के कारण होने वाली उल्टी कफज केश् श्रेणी में आती हैं ।
चौथी उल्टी: त्रिदोषज
त्रिदोषज उल्टी बह है जो तीनों दोषो से मिलकर बनी होती है यह वातज पित्तज ओर कफज इन तीनो का एक रूप त्रिदोषज उल्टी कहलाती है।
पांचवी उल्टी:आंगतुज
इस तरीके की उल्टी अगर हमारा मन कोई भोजन खाने को ना करे यदि वो जबरदस्ती खिलाया जाए उसकी वजह से जो उल्टी होती है उसको आंगतुज उल्टी कहते है ।