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Chandrayaan 3 Landing: चंद्रयान 3 लैंडिंग कैसे हुआ भारत के लिए इस से फायदा क्या है

Chandrayaan 3 Landing: आज हमारे देश के सारे लोगों की निगाहे चंद्रयान की लैंडिंग की तरफ ही थी जो आज शाम 6:04 बजे अच्छी तरह चांद पर लैंड भी हो गया यह भारत के लिए बहुत ही ज्यादा खास कदम है।Chandrayaan 3 Landing: की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारत देश का कद भी बड़ गया यह हमारे देश के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का फल है जो आज जो आज हम इतिहास को रचने में कामयाब हुए।

Chandrayaan 3 Landing: 14 जुलाई 2023 को भारत देश के सबसे भारी रॉकेट LVM3 से चंद्रयान–3 को लॉन्च किया गया था करीब 42 दिन की यात्रा कर के 23 अगस्त शाम 6:04 पर लैंडिंग कर दी इस मौके पर भारत आज ढेर सारी खुशियां मना रहा है।

चंद्रयान–3 से क्या क्या लाभ होंगे,चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद वह क्या काम करेगा?

Chandrayaan 3 Landing चंद्रयान 3 भारत के लिए वो सारी दिक्कत खत्म कर देगा जिसके लिए भारत चांद की सारी घटनाओं के बारे में नहीं जान पाता था तो अब वह चंद्रयान की मदद से सारी जानकारियां प्रदान करेगा जो भारत के लिए सबसे ज्यादा यूजफुल होंगी यह जानकारियां विक्रम लैंडर पर लगे 4 पोलेंड्स की मदद के सहारे से ही जानकारियां प्रदान करेगा आईए जानते है की आखिर विक्रम लैंडर पर लगे 4 पोलेंडस क्या क्या कार्य करेंगे।

Chandrayaan 3 Landing

विक्रम लैंडर के 4 पोलेंडस के नाम क्या है

1.रंभा (Rambha)

2.चास्टे (Chaste)

3.इल्सा (Ilsha)

4.लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर एरे (Lra)

1.रंभा (RAMBHA)– यह चांद की सतह पर आने वाले प्लाज्मा और उनके कणों के घनत्व की मात्रा की आसानी से जांच करेगा और उनमें होने वाले बदलाओं की जांच भी करेगा।

2.चास्टे (Chaste)– यह चांद के तापमान की जांच करेगा तथा वह यह जानकारी प्रदान करेगा की चांद की सतह पर कितनी गर्मी है तथा चांद की सतह पर कितनी सर्दी है यह सब हम को जानकारियां आसानी से प्रदान करेगा।

3.इल्सा (Ilsha)–यह लैंडिंग साइट की आसपास की हलचल एवं गतिविधियों की जांच आसानी से करेगा तथा हम की तुरंत जानकारी प्रदान करेगा ।

4.लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर एरे (Lra) – यह चांद के डायनामिक्स को समझने की जानकारी आसानी से प्राप्त करेगा तथा हम को आसानी से जानकारी प्राप्त कराएगा जिस जानकारी को प्राप्त कर के हम अच्छे से अवगत हो सके

देश को क्या फायदा होगा

भारत देश का यह प्रोजेक्ट बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है आज भारत दुनियां का चौथा देश बन गया जिसने यह सफलता हासिल की है चंद्रयान–3 से भारत को भूकंप और भारत की निगरानी का कार्य आसानी से हो सकती है चंद्रयान–3 में लगे 4 पोलैंड भारत के लिए सेटेलाइट की मदद से विभिन्न प्रकार की जानकारियां आसानी से प्रदान हो सकेंगी।

भारत के विभिन्न प्रकार के समुदाय ने अलग अलग प्रकार के धर्मो ने पूजा अर्चना तथा दुआएं मांगी जिस की मदद से आज 23 अगस्त को शाम 6:04 बजे चंद्रयान आसानी से चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर गया और भारत ने दुनिया भर में एक नया इतिहास बना दिया

चंद्रयान 3 लैंड कहां हुआ था?

काफी दिन के बाद लगभग 42 दिन के सफर के बाद 23 अगस्त को शाम 6:04 पर चंद्रयान -3 का लैंडर योजना के मुताबिक चंद्रमा के दक्षिणी धुर्बीय क्षेत्र में आसानी से उतर गया तथा इस इतिहास के लिए इसरो को बधाई ।

चंद्रयान 3 के अंदर क्या है?

चंद्रयान 3 के अंदर प्रज्ञान रोवर है जिसको चंद्रयान के अंदर रखा गया है प्रज्ञान रोवर को विक्रम लैंडर के अंदर रखा गया है । प्रज्ञान रोवर का मुख्य कार्य होगा की चांद पर रसायनों की जांच करेगा तथा मुख्य खनिजों की खोज करेगा और उसके साथ साथ केमिकल्स और मैग्नीशियम की आसानी से खोज करेगा तथा यह भी पता लगाएगा की चंद्रमा पर जीवन संभव है या नही ।

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