पीठ के निचले हिस्से में दर्द के कारण क्या है?, कमर में दर्द होने के क्या कारण हो सकते हैं? (pith ke nichle hisse me dard hone ke karan upay ilaj bataiye hindi mein)
कमर दर्द मुख्यता कमर की मांसपेशियां कमजोर होने के कारण होता है या फिर कमर की नस दबने के कारण होता है | पीठ के निचले हिस्से में दर्द मुख्यता सियाटिका या डिस्क बल्ज या herniated डिस्क की वजह से हो सकता है|
कमर दर्द में कौन सा फल खाना चाहिए?
अगर कमर के निचले हिस्से में दर्द होता हो तो उसमें बादाम, अखरोट, ओमेगा 3 फैटी एसिड और प्रोटीन वाले उत्पाद जैसे कि अंडा, दूध, दाल, दलिया, चने और हरी सब्जियां इत्यादि का हम सेवन कर सकते हैं और हम कमर के निचले हिस्से के दर्द से राहत भी पा सकते हैं| कमर के दर्द में सिकाई करने से भी काफी आराम मिलता है| यह सिकाई ठंडी या गर्म भी हो सकती है इसलिए इस मामले में अपने चिकित्सक से आवश्यक परामर्श लेना चाहिए|
सुबह उठते ही कमर में दर्द क्यों होता है?
अक्सर लोग सुबह उठते ही कमर के दर्द की शिकायत बताते हैं और यह दर्द बहुत ही तीव्र होता है और जकड़न के साथ होता है। पूरी रात गलत तरह सोने से और गलत तरह से करवट लेकर सोने से यह दर्द हो सकता है| सुबह उठते ही अगर कमर में दर्द होता है तो यह एक संकेत भी हो सकता है कि यह डिस्क से जुड़ी कोई समस्या है या डिस्क पर कोई दबाव पड़ रहा है| हालांकि इस मामले में आप एक अच्छे फिजियोथैरेपिस्ट या चिकित्सक से परामर्श ले सकते हैं| पूरी रात हमारी डिस्क जब आराम कर रही होती है तो हमने रात्रि में खाना करने के बाद जो भोजन में पानी पिया होता है। वह पानी हमारी डिस्क किसमिस की तरह अवशोषित कर लेती है और आराम करने के दौरान वह किसमिस की तरह डिस्क को फुलाने का कार्य करती है। इसलिए जब हम सुबह उठते हैं तो हमारी डिस्क उदाहरण के तौर पर किसमिस की तरह ही होती है। जैसा कि किसमिस पानी में डालने के पश्चात फूल जाती है। सुबह उठते ही कमर में दर्द इसीलिए होता है। जब हम कोई झुकने वाले कार्य कर ले और यह डिस्क रात भर पानी अवशोषित करके भूल जाती है और यह सुबह उठते ही को झुकने वाले कार्य करते हैं। तो यह झुकने पर पीछे की ओर स्लिप हो जाती है या निकल जाती है स्लिप होने को हम डिस्क स्लिप बोलते हैं और डिस्क निकलने को हम डिस्क बल्ज बोलते हैं और यह समस्या सुबह के टाइम तब आम हो जाती है। जब हम कोई झुकने वाले काम करते हैं। जैसे कि –आमतौर पर नल को चलाना सुबह उठते ही और ऑफिस तैयार होते समय जूते के फीते को बांधना या फिर कोलगेट इत्यादि को सुबह की दिनचर्या में करना।यह सब आम कार्य सुबह से ही स्टार्ट होते हैं। इसीलिए ज्यादातर सुबह के टाइम डिस्क स्लिप होती है और कमर दर्द का कारण बनती है।
कमर की जकड़न कैसे दूर करें?
जब कमर के निचले हिस्से में दर्द होता है तो कमर की मांसपेशियों टाइट होने लगती हैं और जकड़न आने लगती है इस जकड़न को हम सिकाई करके आराम पा सकते हैं कमर की जकड़न आने पर फिजियोथेरेपी, chiropractic adjustment आदि बहुत लाभकारी होते हैं। कमर की जकड़न आने पर कुछ व्यायाम करने से भी कमर की जकड़न में राहत मिलती है। कमर की जकड़न के लिए किस तरह के एक्सरसाइज करी जाए इस मामले में आप एक अच्छे फिजियोथैरेपिस्ट, ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं, हर समस्या में अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज हो सकती हैं।
कमर की नस दबने से क्या होता है?
अगर कमर के निचले हिस्से की कोई नस दब रही है तो कमर की नस दबने से पैरों तक दर्द जा सकता है यह दर्द कमर व कुल्हे के पीछे से होकर पैरों की पिंडलियों व पैरों के तलवे व अंगूठे तक हो सकता है। यह समस्या को सियाटिका बोलते हैं। साइटिका की समस्या होने पर पैरों में झुनझुनी या झनझनाहट बा सूनापन भी आ सकता है। यह आपकी समस्या पर निर्भर करता है कि आप को कितनी और कैसी समस्या हुई है। सेसियाटिका कोई समस्या नहीं बल्कि सायाटिक नर्व का नस का नाम है जिसको हम आमतौर पर सायाटिका बोलते हैं और यह नर्व पर किसी भी तरह का कंप्रेशन है या स्वेलिंग आती है तो यह समस्या को हम सियाटिका का बोलते हैं।