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गर्दन की नस में दर्द का इलाज कारण,लक्षण और बचाओ।

गर्दन की नस में दर्द का इलाज आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में गर्दन की नस में दर्द होना एक स्वाभाविक सी बात हो गई है हमने एक रिसर्च के दौरान पाया कि अगर व्यक्ति अपने सिर पर ज्यादा वजन लगता है तो उसकी गर्दन में दर्द की स्थिति ज्यादा बनी रहती है और जो व्यक्ति सिर पर वजन नहीं रखता है। उसकी गर्दन में दर्द नहीं होता है कुछ ऐसी स्थितियां होती हैं जो उसकी गर्दन में दर्द होता है जैसे गलत मुद्रा में सो जाना या फिर एक्सीडेंट या दुर्घटना के दौरान गर्दन की नस में इफेक्ट आ जाना मांसपेशियों में अकड़न और जकड़न दोनों आ जाती हैं ब्लड का सरकुलेशन भी रुक जाता है गर्दन में भारी मात्रा में सूजन और सभी क्रियाओं की वजह से ही हमारी गर्दन की नस में दर्द होता है और गर्दन में मोच आती है और कभी-कभार गर्दन की हड्डी में फ्रैक्चर हो जाता है

हम इस आर्टिकल में जानेंगे गर्दन की नस में दर्द का क्या इलाज है और इसके कारण क्या होते हैं और लक्षण किस प्रकार के होते हैं और साथ ही साथ हम गर्दन की नस में दर्द होने के बचाव के कारण भी देखेंगे।

और पढ़ें..गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द हो तो क्या करें?

गर्दन की नस में दर्द का इलाज

गर्दन की नस में दर्द का इलाज इस प्रकार है

अरंडी या जैतून का तेल लगाएं-गर्दन को मजबूत बनाने के लिए और गर्दन की नस के दर्द को आसानी से दूर करने के लिए आपको अरंडी या जैतून का तेल से मालिश कर सकते हैं आपको अरंडी का जैतून का तेल ले लेना है उसको गुनगुना करके हल्के हल्के हाथों से अपनी गर्दन पर मालिश करवाइए जिससे कि आपकी गर्दन की मांसपेशियां मजबूत होंगी और गर्दन की नस में दर्द की समस्या से आपको निजात मिलेगी।

सूजन को कम करें –गर्दन की नस के दर्द के इलाज के लिए आपको सबसे पहले उसकी सूजन को कम करने के लिए आपको आइस पैक का इस्तेमाल करना पड़ेगा । Ice pack कि इस्तेमाल करने के बाद सूजन कम हो जाती है।

गर्दन की नस के दर्द के इलाज के लिए आइस पैक को इस्तेमाल करने के लिए आपको सबसे पहले बर्फ के कुछ टुकड़े लेकर उसको एक सूती कपड़े लेकर अपनी गर्दन की सिकाई करें जिससे आपकी गर्दन की सूजन कम हो जाएगी। और दर्द में भी राहत मिलेंगी।

exercise करना आपको अपनी गर्दन की नस को ठीक करने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज व्यायाम भी जरूरी होता है क्योंकि गर्दन के दर्द के लिए व्यायाम इसलिए जरूरी होता है जब हमारे गर्दन की मांसपेशियों अकड़ जाती है या फिर हमारी गर्दन की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है उन सब अवस्था को देखते हुए हमको रेगुलर तरीके से एक्साइज करना चाहिए ताकि हमारी गर्दन की मांसपेशियों में ब्लड सरकुलेशन अच्छे तरीके से हो सके और हमारे गर्दन में सूजन भी ना आए और ना ही तेरे जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

गर्दन की नस में दर्द का इलाज

गर्दन की नस में दर्द के लक्षण क्या है? garden ki nas me dard ke lakshan kya hai ?

garden ki nas me dard ke lakshan

गर्दन को घुमाने में कठिनाई का होना – आपकी गर्दन की नस में दर्द का होना या आपकी गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द और गर्दन मे झटका आने के कुछ शुरुआती लक्षण होते हैं आपको गर्दन को दाएं एवं बाएं घुमाने में बहुत ज्यादा असमर्थता का सामना करना पड़ता है बहुत ज्यादा पीड़ा जनक दर्द होता है ऐसी स्थिति में आप सही से खाना भी नहीं खा पाते और नींद भी नहीं ले पाते।

गर्दन का नीला हो जाना–गर्दन की नस में दर्द एवं गर्दन में झटका आने का एक सबसे बड़ा लक्षण होता है आपकी गर्दन पूरी तरह से नीलि हो जाती हैं यह लक्षण आपको बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है अगर गंभीर अवस्था का दर्द है तो आप तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें घर पर ही अपनी होम रेमेडीज का इस्तेमाल ना करें क्योंकि डॉक्टर इसकी जांच कर के अच्छी दवाइयां लिखकर आपकी गर्दन का नीलापन बिल्कुल खत्म कर देगा और गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द की समस्या और गर्दन नस में दर्द एवं गर्दन में झटका के दर्द जैसी समस्या बिल्कुल खत्म हो जाएगी।

सिर में भी और आंखों में और कान में दर्द होना– आपकी गर्दन की नस में दर्द या आपकी गर्दन में झटका आ जाता है तो आप की गर्दन के अलावा आपके सिर में आंखों में और कानों में भी दर्द की लक्षण दिखाई देने लगते हैं और यह बहुत ही ज्यादा प्रभावित करते हैं हम को इसके साथ-साथ बुखार भी होने लगता है ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज ना करें तुरंत डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं या फिर पैन कलर लेकर भी अपने दर्द को ठीक कर सकते हैं।

बुखार एवं कमजोरी महसूस होना–आपके गर्दन की नस में जब भी बहुत ज्यादा दर्द होता है तो आप को बुखार और कमजोरी इतनी ज्यादा महसूस होती है कि आप अपने बिस्तर से नहीं उठ पाते और ना ही अपना काम कर पाते हैं अपनी गर्दन को उठाने या दाएं या बाए गर्दन को घुमाने में बहुत ज्यादा असमर्थ हो जाते हैं क्योंकि गर्दन की जो मांसपेशियां होती है उनका दर्द आपकी गर्दन के साथ-साथ रीड के दर्द और कमर के दर्द में तब्दील हो जाता है इसलिए आपको बहुत ज्यादा कमजोरी और दर्द का सामना करना पड़ता है।

गर्दन की नस में दर्द होने के कारण–garden ki nas me dard hone ke karan.

garden ki nas me dard hone ke karan .

गलत मुद्रा में सोना–गलत मुद्रा में सोने से भी आपकी गर्दन में दबाव आ जाता है क्योंकि एक ही करवट पर लेटना जाकर गर्दन को दबाकर ऊपर या नीचे करके सोने से आपकी गर्दन की मांसपेशियों अकड़ जाती है और ब्लड सरकुलेशन भी रुक जाता है ऐसी स्थिति में आपकी गर्दन की नस में दर्द और गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द होने की संभावना बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द इतना ज्यादा प्रभावित होता है कि आपको खाना खाने एवं पानी पीने की समस्या होने लगती है आप अपनी गर्दन को दाएं बाएं घुमा नहीं सकते ।

कोई एक्सीडेंट या भारी वस्तु का गर्दन पर लगना–कोई दुर्घटना जैसे एक्सीडेंट का हो जाना और उस एक्सीडेंट के कारण आपकी गर्दन में एकदम अचानक जोर का झटका लगने से भी आपके गर्दन की नस जाने की बहुत-बहुत संभावनाएं हो जाती हैं गर्दन की नस में दर्द होने की समस्या और गर्दन दाहिने हिस्से में दर्द और झटका आने की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं ऐसी स्थिति में गर्दन के अलावा शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं और कोई भारी वस्तु भी आकर अगर हमारी कंधों से टकरा जाती है तो गर्दन की मांसपेशियां बिल्कुल अस्वस्थ होने लगती हैं जिससे आपके गर्दन में ब्लड सरकुलेशन कम हो जाता है और गर्दन की नसें काम करना बंद कर देती हैं गंभीर स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

पोस्चर का ठीक नही होना–आपकी गर्दन का पोस्टर ठीक ना होने की वजह से आपकी गर्दन की मांसपेशियों में दबाव आता रहता है गर्दन को आप हमेशा एक ही अवस्था में स्थित नहीं रखें बल्कि इसे घुमाते रहना चाहिए ऐसा होता है कि आप मोबाइल से लैपटॉप जब किसी डेक्सटॉप पर बैठकर काम करते हैं तो आपका सिर का पोस्चर भी एक ही अवस्था पर रहता है ऐसी स्थिति में आप की गर्दन की मांसपेशियां अकड़ जाती है और गर्दन में नस जाने की समस्या और गर्दन में दर्द और सूजन की समस्या बहुत ज्यादा उत्पन्न हो जाती है और आप इसे बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं।

ज्यादा वजन को सिर पर उठा लेना –सर पर ज्यादा वजन उठाने के कारण हमारी गर्दन की नस में दर्द और गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द हो जाता है कभी कबार दाहिने हिस्से में दर्द के साथ साथ झटका और हमारी गर्दन में मोच आ जाती है और गर्दन की नस दब जाती है खिंचाव बहुत ज्यादा हो जाता है गर्दन के आसपास की त्वचा नीली पड़ जाती है सूजन भी बहुत ज्यादा आ जाती है नसों के खिंचाव के कारण गर्दन में दर्द बढ़ जाता है यह समस्या बहुत ज्यादा हो जाती हैं हम को खाना खाने पानी पीने गर्दन को दाएं और बाएं को घुमाने में बहुत ज्यादा असमर्थ था का सामना करना पड़ता है।

गर्दन की नस में दर्द होने के बचाओ–garden ki nas me dard hone ke bachao.

garden ki nas me dard hone ke bachao

अपनी सोने की मुद्रा को ठीक करना–आप अपने गर्दन की नस में दर्द होने से तभी छुटकारा पा सकते हैं जब आप अपने सोने की मुद्रा को ठीक करके सोएंगे अपनी बॉडी लैंग्वेज के हिसाब से तकिए का इस्तेमाल करेंगे जिससे आपकी गर्दन में दर्द ना होगा और ना ही गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न सूजन की समस्या उत्पन्न होगी।

सावधानी पूर्वक रहना–आपको सावधानीपूर्वक अपने आप को रखना होगा ताकि किसी दुर्घटना से और खुद को गिर जाने की समस्या से बचाना होगा जिसे आप की गर्दन कोई इफेक्ट ना आ पाए और ना ही गर्दन में नस के दबने की समस्या और न ही नस में दर्द होने की समस्या का सामना करना पड़े ।

सिर पर ज्यादा वजन ना रखें सिर पर ज्यादा वजन न ही रखे तो बेहतर क्युकी अगर आप अपने सिर पर वजन रखते है तो आपकी गर्दन में दबाव आता है और किसी कारण बस अगर आप फिसल जाते हो तो आपकी गर्दन में मोच और गर्दन की नस में दर्द होने की समस्या का सामना करना पढ़ता है।

exercise करना आपको अपनी गर्दन की नस को ठीक करने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज व्यायाम भी जरूरी होता है क्योंकि गर्दन के दर्द के लिए व्यायाम इसलिए जरूरी होता है जब हमारे गर्दन की मांसपेशियों अकड़ जाती है या फिर हमारी गर्दन की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है उन सब अवस्था को देखते हुए हमको रेगुलर तरीके से एक्साइज करना चाहिए ताकि हमारी गर्दन की मांसपेशियों में ब्लड सरकुलेशन अच्छे तरीके से हो सके और हमारे गर्दन में सूजन भी ना आए और ना ही तेरे जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

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