गर्दन में दर्द होने के कारण लक्षण और कुछ घरेलू उपाय in Hindi
आज कल की दुनिया को गर्दन का दर्द एक बहुत कॉमन बीमारी हो गई है अगर हम जनसंख्या के हिसाब से और बड़ों की बात करें तो यह बीमारी 100% में से लगभग 70% लोगों में पाई जाती है इसका कारण होता है हम एक ही पोजीशन में बैठकर मोबाइल फोन चलाते हैं यह सिस्टम पर बैठकर लैपटॉप लाते हैं उसकी वजह से आपकी गर्दन नीचे की ओर करके बैठते हैं तो गर्दन को एक ही पोजीशन में रखते हैं तो गर्दन में दर्द होता है ज्यादातर यंग लोगों में देखा जा रहा है की गर्दन के दर्द से शिकार हो रहे हैं कभी-कभी ऐसा भी होता है कि गर्दन का दर्द गर्दन से शुरू होता है और बाएं या दाएं हाथ में शुरू हो जाता है तभी बाद में मरीज को झनझनाहट जैसी महसूस होती है और कभी कभी उसके हाथ में चींटी जैसे चलने सा महसूस होता है।
और पढ़ें.. घुटने में सूजन और दर्द का उपचार in Hindi
गर्दन में दर्द के कारण—gardan me dard ke karan.
गर्दन दर्द के बहुत सारे कारण हो सकते हैं जो इस प्रकार निम्नलिखित है।
1. डिजिटल कामकाज करना ।
आजकल दुनिया में डिजिटल काम का ज्यादा बढ़ गया है इसके कारण लोग अपने लैपटॉप या फोन में बैठकर गर्दन झुका कर ज्यादा काम करते हैं उसकी वजह से आपकी गर्दन में ऐसी पोस्टर होता है जो घंटो घंटो आप काम करते हैं उसकी वजह से आपकी गर्दन सीधी नहीं हो पाती और आपकी गर्दन में दर्द और सुन्नपन स्टार्ट होने लगता है और आपकी गर्दन में दर्द होना स्टार्ट हो जाता है।
2. सिर पर ज्यादा वजन उठा लेना ।
अगर आप अपने सर पर ज्यादा वजन उठा लेते हैं जो बहुत ज्यादा भारी होता है उसकी वजह से आपकी गर्दन में झटका आ जाता है उसकी वजह से आपकी गर्दन अंदर तक जाती है और बहुत ज्यादा दर्द होता है और यह दर्द काफी हद तक बढ़ जाता है और काफी दिन तक रहता है इसलिए हमेशा ज्यादा वजन ना उठाएं और सावधान रहें।
3. गर्दन का पोस्चर सही नहीं होना ।
यदि आप अपने बिस्तर या बेड पर सोते हैं तो आपकी गर्दन का पोस्चर सही नहीं होता है उसकी वजह से आपकी गर्दन में दर्द होता है आप मोटा तकिया लगा कर सोते हैं तो उसकी वजह से आपकी गर्दन पर ज्यादा दबाव पड़ता है और उसकी वजह से आपकी गर्दन में दर्द होने लगता है ध्यान रहे कि आप अपने बिस्तर पर तकिया ज्यादा मोटा ना इस्तेमाल करें हल्का तकिए हना चाहिए ताकि आपको आरामदायक महसूस हो।
4. अर्थराइटिस का होना
यह कारण अक्सर उम्र के साथ होता है मानव की रीढ़ की हड्डी सर की हड्डी से लेकर पुस्चल हड्डी तक होती है तो जो गर्दन वाली हड्डी होती है उसमे उम्र के साथ साथ फीचर आने लगते हैं । उसके कारण अर्थराइटिस हो जाता है और गर्दन में दर्द होना स्टार्ट होता है
गर्दन दर्द का लक्षण—garden dard ke lakshan.
गर्दन दर्द के लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं जरूरी नहीं है कि जब आप भी गर्दन में दर्द होता है तो वह आपकी गर्दन की हड्डी में हो बल्कि आपकी गर्दन के आसपास भारी पन या खिंचाव थोड़ी बहुत सुजन भी हो सकती है यह इसके कुछ लक्षण होते हैं साथ ही आपके कंधों में दर्द खिंचाव या सुन्नपन झनझनाहट महसूस होने लगती है इन सब परेशानी की वजह से ही मरीज अपना काम सही ढंग से नहीं कर पाता है और कभी-कभी यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि मरीज अपनी गर्दन को आगे पीछे भी नहीं कर पाता यह गर्दन दर्द के मुख्य रूप से लक्षण होते हैं।
गर्दन में दर्द होने के उपाय—garden me dard hone ke upaye.
1.आप अपने गर्दन के दर्द को घर में बैठकर भी ठीक कर सकते हैं सबसे पहले आप अपनी गर्दन को दाएं मोड़िए और उसके बाद बाएं मोड़िए यह क्रिया लगभग आपको 3 मिनट तक करनी होगी । उसके बाद आप अपना हाथ थोड़ी पर रखकर अपना मुंह दाएं कंधे तक ले जाइए फिर बाएं कंधे पर ले जाइए यह क्रिया भी आपको लगभग 3 मिनट तक करनी है फिर उसके बाद आप अपने बेड या बिस्तर पर उल्टा लेट जाइए अपने गर्दन को नीचे लाइए आपको आराम महसूस होगा चक्कर आएगा लेकिन आप अपनी आंखें बंद करले चक्कर खत्म हो जाएगा ऐसा करने से आपकी गर्दन का पुराने से पुराना दर्द ठीक हो जाएगा ।
2. अगर आपकी गर्दन में दर्द ज्यादा दिन से है खासकर सुबह उठने के बाद गर्दन में दर्द या जकड़न महसूस होती है तो आप डॉक्टर से जांच जरूर कराएं क्योंकि आपकी गर्दन में इंफ्लेमेट्री अर्थराइटिस भी हो सकता है तो वैसे तो डॉक्टर साधारण तरीके से मसाज और फिजियोथेरेपी करके इलाज करते हैं अगर इन तरीके से भी गर्दन दर्द ठीक नही होता है तो सर्जरी की जाती हैं ।