गर्दन की नस दबने का आसान इलाज l कारण,लक्षण दबी नस की ठीक करने के तरीके
गर्दन की नस दबना कोई गंभीर समस्या नहीं है आई दिन लोगों को यह समस्या होती रहती है गर्दन की नस दबने का कारण होता है लोगो के द्वारा दी गई असावधानियां आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर अपनी गर्दन पर भारी वजन उठा ही लेते हैं जिसके चलते गर्दन में दर्द और गर्दन की नस दबने का कारण सबसे ज्यादा होता है और गर्दन की नस दबने की समस्या से ग्रसित व्यक्ति बहुत ही ज्यादा प्रभावित हो जाता है गर्दन को दाएं बाएं घुमाने खाना खाने पानी पीने में भी असमर्थता हो जाती है।
गर्दन की नस दबने से पीड़ित व्यक्ति की गर्दन पर नीला बना जाता है और सूजन और बेहद दर्द के कारण मरीज बहुत ही ज्यादा परेशान हो जाता है गर्दन की जो नशे होती हैं वह हमारी रीढ़ की हड्डी के साथ-साथ कमर की हड्डी के भी साथ जुड़ी हुई होती हैं जिसके चलते उसकी गर्दन के साथ-साथ उसकी रीढ़ और कमर में भी बहुत ज्यादा दर्द महसूस होता है।
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garden ki nas dabne ka ilaaj-गर्दन की नस दबने का इलाज
गर्दन की नस दब जाए तो आपको सबसे पहले आरामदायक मुद्रा में आराम करना चाहिए जैसे कि आपकी गर्दन ज्यादा इधर और उधर डोले ना गर्दन की नस दब जाने के बाद आपको सबसे पहले अपने गर्दन की नस को स्टेबल कराने के लिए आपको फिजियोथैरेपिस्ट के पास जाना चाहिए जिससे वह गर्दन की नस को उसके सही स्थान पर लाने के लिए आपके गर्दन पर अच्छी तरह और थेरेपी करेगा जिससे आपकी गर्दन की नस अपने स्थान पर आ जाएगी।
सर्जरी-गर्दन की नस दब जाने के बाद आपको अपनी गर्दन को हिलाना और बुलाने में बहुत ज्यादा असमर्थता होती है इन सब प्रभाविता को ध्यान में रखकर आपको एक अच्छे फिजियोथेरेपी से मिलना चाहिए जिससे वह आपकी गर्दन की अच्छी तरह सर्जरी करेगा दबी हुई नस को उसके स्थान पर एडजस्ट करने की कोशिश करेगा और आपको बेहद राहत मिलेगी और सूजन और दर्द से भी आराम मिलेगा।
आइस पैक–गर्दन की दबी नस मैं आपकी गर्दन पर जो सूजन आ जाती है उसको दूर करने के लिए आपको ice pack से अच्छी तरह से सिकाई कर लेनी चाहिए गर्दन की नस दबना और उसके दर्द से राहत पाने के लिए आपको आइस पैक से सीधे-सीधे इस्तेमाल नहीं करना है बल्कि बर्फ के टुकड़े लेकर एक सूती कपड़े में लपेट कर उसे सिकाई करने से आपकी गर्दन पर आई हुई सूजन और दर्द भी बहुत ज्यादा आराम मिलेगा ।
अरंडी या जैतून का तेल –अरंडी जा जैतून के तेल में आपकी गर्दन की दबी नस को बाहर लाने के गुण होते हैं आपको सबसे पहले अरंडि या जैतून का तेल ले लेना है उसको हल्की आंच पर गुनगुना करके और आप अपनी गर्दन को धूप में ले जाइएगा और गर्दन के प्रभावित हिस्से पर गर्दन की दबी हुई नस पर आप हल्के हल्के हाथों से मालिश करते हैं तो आपको बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा दबी नस बाहर आने में बहुत ज्यादा सहायता मिलेगी और उसके साथ-साथ दर्द और सूजन भी कम हो जाएगी ।
गर्दन की निरंतर एक्सर्साइज –गर्दन की निरंतर एक्सरसाइज से आपकी गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न ठीक हो जाएगी और जो मांसपेशियां ब्लॉक होती हैं उनमें ब्लड सरकुलेशन अच्छे से हो होने लगेगा गर्दन की तबीयत को अच्छी तरह इस्टैबलिश्ड करने के लिए आपको निरंतर रूप से एक्सरसाइज करना पड़ेगी सबसे पहले आप अपनी गर्दन को दाएं बाएं ऊपर नीचे घुमाएगा एक अच्छे आसन से और आराम आराम से घुमाइए जिससे आपकी गर्दन में झटका ना आए और आपको प्रॉब्लम भी महसूस ना हो ऐसे ही एक्सरसाइज करनी है जिससे आपकी गर्दन की नस दबना और उस दिन नसों में आए हुई अकड़न ठीक रहती है ।
गर्दन की नस दबने के कारण
हमारे दैनिक जीवनचर्या और दैनिक भागदौड़ भरी जिंदगी में गर्दन की नस दब जाना एक आम सी समस्या होती है जब भी हम अपने सर के ऊपर भारी वजन या जब कोई भारी वस्तु आकर हमारी गर्दन या सिर पर आकर लग जाती है जिससे हमारी गर्दन की नस दब जाती है।
पोस्चर का गलत होना– लेटने का पोस्टर हमारा गलत हो जाने के कारण गर्दन की नस ऊपर या नीचे हो जाती है जिससे हमारी गर्दन की मांसपेशियां अकड़ने लगती हैं और साथ ही साथ कभी-कभी ऐसा होता है कि हमारे गर्दन की नस चली जाती है गर्दन में मोच आ जाती है और हमको बहुत ही ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है पोस्चर का गलत होने का मतलब है कि आपका जो बिस्तर होता है वह आरामदायक नहीं होता है जिससे कि आप ऊपर या नीचे करके सोते हैं और गर्दन की नस दबने की आशंका बन जाती है।
एक्सीडेंट या किसी दुर्घटना का कारण–किसी एक्सीडेंट का दुर्घटना के कारण हमारी गर्दन की नस दबना और गर्दन में फैक्चर और गर्दन में भारी मात्रा में दर्द और मोच आने की आशंका बहुत ज्यादा बन जाती है जिसके दर्द से प्रभावित होकर हम सही से खाना नहीं खा पाते और ना ही अच्छी नींद ले पाते हैं।
भारी वजन को उठा लेना –अपने सिर पर भारी वजन उठा लेना या फिर गर्दन के ऊपर भारी वजन रख लेने से भी हमारी गर्दन की नस का दबना एक मामूली हो जाता है क्योंकि सारा भार हमारी गर्दन की मांसपेशियों पर आकर पड़ता है जिससे वह अकड़ने लगती हैं नशे ब्लॉक होने लगती हैं और कभी-कभी गर्दन की नस दब जाती है गर्दन में मोच आ जाती है और हमको भारी समस्या का सामना करना पड़ता है ऐसी स्थिति में आप डॉक्टर से अच्छी तरीके से सर्जरी कर आइएगा और कुछ घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करिए ।
पूरी नींद नही लेना –पूरी नींद नहीं लेने के कारण हम अपने आप को बहुत ज्यादा वीक महसूस करते है ऐसी अवस्था में हम अपनी गर्दन पर ध्यान नहीं देते कहीं भी झटके से मोड़ देते हैं कहीं भी झटके से ऊपर नीचे करते हैं ऐसी स्थिति में हमारी गर्दन में मोच आ जाती है और गर्दन की नस का दबना एक स्वाभाविक सी बात हो जाती है।
गर्दन की नसों में दर्द क्यों होता है in Hindi?
गर्दन की नसों में दर्द होने का एक महत्वपूर्ण कारण होता है नसों में सूजन आ जाना या गर्दन की नस का दब जाना या फिर नसों में अकड़न और खिंचाव होने के कारण हमारी गर्दन की नसों में दर्द होता है उसको ठीक करने के लिए आपको अपनी गर्दन की एक्सरसाइज करनी चाहिए और उसके साथ आप पेन किलर भी ले सकते हैं अगर स्थिति ज्यादा गंभीर है तो आप तुरंत डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।
गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द क्यों होता है?
गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द होना या गर्दन की नस का दबना कोई बहुत बड़ी बात नहीं होती यह दर्द अक्सर आपकी गर्दन की मांसपेशियों की खीच जाने एवं खराब नींद की स्थिति या फिर खराब मुद्रा में सोने से होता है अगर यह दर्द होता भी समाप्त नहीं होता है तो आप डॉक्टर से मिल सकते हैं उसके परामर्श के अनुसार आप होम रेमेडीज या फिर उसके द्वारा दी गई रेमेडीज का भी इस्तेमाल कर सकते हैं
गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द को क्या कहते हैं?
गर्दन में दर्द की समस्या को डॉक्टरी भाषा में सर्वाइकल पेन कहते हैं। गर्दन की नस का दबना या गर्दन की दाएं या बाए हिस्से के दर्द का गर्दन से होकर गुजरने वाली सर्वाइकल स्पाइन के जोड़ों और डिस्क में समस्या होने से सर्वाइकल पेन हो जाता है। ऐसा हड्डियों और कार्टिलेज में टूट-फूट होने से होता है। जिस के कारण हमको बेहद दर्द और सूजन का सामना करना पड़ता है।