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गर्दन की नस दब जाने पर दर्द क्यों होता है कारण और घरेलू इलाज

गर्दन की नस का दबना एक बहुत ही मामूली सी बात है आजकल भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को यह समस्याएं होती रहती हैं गर्दन की नस दब जाना पैर की नस दब जाना रीड की नस दब जाना यह सभी क्रियाएं मानव के द्वारा की गई सावधानियों के द्वारा होती हैं। गर्दन की नस दबने का सबसे बड़ा कारण होता है जब आप अपने सर के ऊपर ज्यादा वजन उठा लेते हैं वजन उठाने की स्थिति में आपकी गर्दन की नसें अकड़ जाती हैं और दबने की संभावनाएं हो जाती हैं कभी-कभी गर्दन की नस में दब जाती है और मोच आने पर दर्द की भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।

गर्दन की नस दब जाने पर हम अपने करधन को दाएं एवं बाएं बिल्कुल भी नहीं हिला सकते हैं दर्द इतना ज्यादा होता है कि अगर हम मलाने की कोशिश भी करते हैं तो हमको बहुत ज्यादा कष्टदायक पीड़ा का सामना करना पड़ता है।

गर्दन की नस दब जाने पर दर्द क्यों होता है?

गर्दन की नस दब जाने पर हमारी गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है और सूजन आने के साथ-साथ हमारी करधन नीली भी दिखाई देने लगती है और गर्दन की मांसपेशियों में स्थिरता आने के कारण दर्द होने लगता है और यह दर्द गर्दन से लेकर रीड तक जाता है क्योंकि रीड की समस्त मांसपेशियां भी गर्दन की मांसपेशियों से जुड़ी हुई होती हैं।

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गर्दन की नस दब जाने के कारण?

गर्दन की नस दब जाने के कारण

सामान्यता स्थिति में देखा जाए तो हमारी गर्दन की नस अक्सर हमारी गलतियों की वजह से ही दब जाती है जिसमें हम अक्षर ज्यादा वजन उठा लेते हैं और सिर में झटका आ जाता है और उसके साथ-साथ गर्दन की नस दब जाती है और गर्दन की नस तब जाने का सबसे बड़ा कारण हमारे सोने की मुद्रा का ठीक नहीं होना हम जब भी गलत मुद्रा में सोते हैं तो हमारी गर्दन की नसों में अकड़न आ जाती है जिसके चलते हमारी गर्दन में मोच और गर्दन की नस का दबना और गर्दन में बेहद सूजन के साथ दर्द की स्थिति पैदा हो जाती है और हम उस दर्द से बहुत ज्यादा पीड़ित हो जाते हैं।

garden ki nas dab jane ka ilaaj

गर्दन की नस दब जानें का इलाज

गर्दन की नस दब जाने के कुछ इलाज इस प्रकार हैं

थेरेपी करवाना–गर्दन की नस दब जाने के इलाज के लिए हमको सबसे पहले फिजियोथैरेपिस्ट के पास जाकर उचित प्रकार की अपनी गर्दन की थेरेपी करवाना चाहिए जिससे आपकी गर्दन की ब्लॉक नसों खोलेंगे और नसों में जो अकड़न पैदा हो गई है वह आसानी से दूर होगी फिजियोथैरेपिस्ट अपने इलाज की मदद से आपके गर्दन में दर्द को दूर करने के साथ-साथ मेडिसिन भी देगा जिनको आप अच्छी तरह से फॉलो करें ।

आइस पैक –आइस पैक इस्तमाल करने के लिए सबसे पहले आपको आइस पैक ले लेना है गर्दन के ऊपर अगर सूजन आ गई है या गर्दन के ऊपर नीला पन आ गया है उसको दूर करने के लिए आपको आइस पैक का इस्तेमाल करना पड़ेगा आइस पैक के इस्तेमाल करने से आपके गर्दन की सूजन और आपके गर्दन के ऊपर आया हुआ नीलापन आसानी से ठीक हो जाएगा और दर्द में भी राहत मिलेगी ।

जैतून या अरंडी का तेल– गर्दन के ऊपर जैतून अरंडी का तेल लगाने से गर्दन का दर्द दूर होता है और गर्दन की दवी नस को ऊपर लाने में सहायता प्रदान करता है। आपको जैतून य अरंडी का तेल ले लेना है उसको किसी कटोरी में हल्की हल्की आंच पर गुनगुना करके अपनी गर्दन के प्रभावित हिस्से पर लगाएं जिससे आपकी गर्दन की नसों की अकड़न आसानी से ठीक हो जाएगी दर्द से भी अच्छी राहत मिलेगी।

विटामिन D – विटामिन डी युक्त पदार्थों का सेवन करने से आपकी गर्दन को दर्द जैसी समस्या और नस जाने की समस्या गर्दन में मोच आ जाने की समस्या से और गर्दन की दबी नस को बाहर निकालने में बहुत आप ज्यादा से ज्यादा मात्रा में धूप में बैठे और विटामिन डी युक्त पदार्थों का अवश्य सेवन करें।

क्या गर्दन में दर्द होने पर तकिए का इस्तेमाल करना चाहिए?

बहुत ज्यादा ऊंची और कड़क तकिए के इस्तमाल से बचे – आपको चाहिए कि आपका तकिया मोटा एवं कड़क ना हो ताकि आपकी गर्दन में कोई भी इफेक्ट ना आए ज्यादा ऊंचा तकिया इस्तेमाल करने से आपकी मांसपेशियों में अकड़न आ सकती है जिससे गर्दन की नस दबना और गर्दन में मोच जैसे समस्या पैदा हो जाती है आपको नॉर्मल एवं बॉडी के हिसाब से अपनी गर्दन का पोस्चर के हिसाब से सही तरीके का इस्तेमाल करें तकिया मुलायम होना चाहिए जिससे आपकी गर्दन को आराम मिले

गर्दन की नसें कैसे चुभती हैं?

गर्दन पर ज्यादा वजन रखने के कारण गर्दन की नसें अकड़ने लगती हैं और गर्दन में नशे चुभने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है नशे एक दूसरे के ऊपर चली जाती है तो उनको इस्टैबलिश्ड होने में टाइम लगता है इसलिए गर्दन की नसें आपस में चुभने लगती हैं और कभी-कभी हमारी गर्दन पर सूजन आ जाती है और कभी कभी गर्दन नस भी दब जाती है।

गर्दन के दर्द से ठीक होने में कितना समय लगता है?

गर्दन के दर्द ठीक होने में मैं लगभग 3 से 4 दिन लग जाते हैं निर्भर करता है कि आपके गर्दन में चोट किस प्रकार लगी है नॉर्मल चोट है या फिर गंभीर चोट आई है गंभीर चोट में तो आप को लगभग 4 से 5 सप्ताह लग सकते हैं यदि नॉर्मल है तो फिर 3 से 4 दिन में ठीक हो जाती है गर्दन की दबी नस को निकलने में 2 सप्ताह लगते हैं और मुझ को ठीक होने में भी 2 सप्ताह लगते हैं

मेरी गर्दन में बाईं तरफ दर्द क्यों हो रहा है?

गर्दन में बाएं तरफ दर्द होने का कारण होता है आपकी गर्दन की मांसपेशियों आपस में हट गई हैं या फिर बाएं तरफ ज्यादा दबाव आ गया है कोई भारी वस्तु का लग जाना या फिर सोने की मुद्रा एक ही करवट पर सोना बाई तरफ का दर्द होने का कारण हो सकता है आपको होना चाहिए आपको नियमित तौर पर एक अच्छे बिस्तर इस्तेमाल करना चाहिए और सोने की मुद्रा को अच्छा करना चाहिए और गर्दन पर ज्यादा वजन ना रखना चाहिए।

मेरी गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द क्यों होता है?

गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द आपके गलत पोश्चर नींद को गलत स्थिति में लेना। गर्दन पर ज्यादा वजन रख लेना या फिर गर्दन एक ही साइड में दबाकर सोना एक करवट में सोना यह सब कारण होते हैं आपके दाहिने दर्द के ऐसी स्थिति में कभी-कभी आपकी गर्दन की नस भी दबना और कभी कभी मोच भी आ जाती है। इसीलिए आपको सीधी और अच्छी अवस्था में सोना चाहिए नर्म बिस्तर का इस्तेमाल करना चाहिए करवट को बदल बदल कर सोना चाहिए और गर्दन पर ज्यादा वजन नहीं रखना चाहिए।

गर्दन को मजबूत कैसे बनाएं?

गर्दन को मजबूत बनाने के लिए आप को रेगुलर तरीके से एक्सर्साइज करना चाहिए और आपको डेली प्रोटीन डाइट भी लेना चाहिए जिसमे आपको हरी सब्जियां और ड्राई फ्रूट का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे आपकी गर्दन में मजबूती आए और आप की गर्दन दबी नस की समस्या आसानी से दूर हो सके और गर्दन में मोच भी ना आ सके ।

मैं घर पर अपनी गर्दन की मांसपेशियों को कैसे मजबूत कर सकता हूं

घर पर रहकर ही आप अपनी गर्दन की मांसपेशियों को आसानी से मजबूत बना सकते हैं इसके लिए आपको रेगुलर अवस्था में एक्सरसाइज व्यायाम करना पड़ेगा और उसके साथ-साथ प्रोटीन युक्त डाइट और कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन करना पड़ेगा जिसमें दूध छाछ दही और प्रोटीन में आप मूंगफली ,दाल और सोयाबीन ले सकते हैं विटामिन डी युक्त पदार्थों का भी सेवन करें जिससे कि आपकी गर्दन की सारी समस्याएं आसानी से नॉर्मल रहेंगी गर्दन की नस दबना की समस्या भी नहीं होगी और ना ही कर्तन में मुंह आने की समस्या उत्पन्न होगी इसके साथ-साथ आप अपने बिस्तर का पोस्चर भी अच्छी तरीके से करने और अल्कोहल का भी इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें और ना ही धूम्रपान करें ।

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