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रीड की टूटी (फैक्चर) हड्डी का इलाज ,कारण ,लक्षण और घरेलू इलाज

रीड की हड्डी टूटने के कारण हमारे द्वारा की गई लापरवाही से होते है रीड की हड्डी तभी टूटती है जब आप अपने सिर पर ज्यादा वजन उठा लेते है या किसी दुर्घटना के कारण या एक्सिडेंट हो जाने पर हमारी रीड की हड्डी में फैक्चर हो जाता है जिसकी वजह से हमारी रीड की हड्डी के अलावा भी हमारे शरीर के हिस्सो मे फैक्चर हो जाने की सम्भावना हो जाती है ।

हम इस लेख में आपको रीड की हड्डी टूटने (फैक्चर) के होने के कारण और इसके कुछ घरेलू उपाय और हड्डी के टूटने के लक्षण बताएंगे ।

रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर – Spine Fracture in Hindi

रीड की हड्डी में फैक्चर क्यों होता है

ज्यादा वजन उठा लेने और और किसी कारण दुर्घटना हो जाने के बाद आपकी रीढ़ की हड्डी में फैक्चर हो सकता है रीड की हड्डी के अंदर 33 कशेरुकाये पाई जाती हैं जो आपको सीधा खड़ा होने में या फिर दाएं बाएं लिखने में उठने बैठने में मदद करती हैं रीढ़ की हड्डी तभी टूटती है अचानक से चक्कर आ जाने से और आपका जमीन पर गिर जाने के कारण रीड के अंदर फैक्चर हो जाता है ।

रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्चर अन्य हड्डियो के फैक्चर से बिल्कुल अलग होता है किसी भी कशेरुका में फैक्चर होने से या फिर हिल जाने से बहुत ही ज्यादा चुभन होती है और दर्द भी महसूस होने लगता है जिससे आपकी हड्डियों की आस पास की मांसपेशियों में बहुत ज्यादा नुकसान होता है मांसपेशियां अकड़ जाती हैं लिंगामेट के खिंचाव होने के कारण रीढ़ की हड्डी में सूजन भी आ जाती है

रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर के लक्षण – Spine Fracture Symptoms in Hindi

1. रीढ़ की हड्डी मैं फैक्चर होने से आप चलने और करने में असमर्थ हो जाते हैं इसका दर्द इतना ज्यादा होता है कि आपको सहन करना भी मुश्किल हो सकता है।

2. रीढ़ की हड्डी टूटने से आपकी गर्दन और कमर में भी बहुत ज्यादा दर्द होता है कभी-कभी जहां दर्द रीढ़ की हड्डी के आसपास तक ही सीमित रहता है लेकिन कभी-कभी यह दर्द मांसपेशियों से होकर आपके गर्दन और हड्डी के दाएं बाएं के हिस्सों में भी बहुत ज्यादा चुभन वाला दर्द होने लगता है।

3. दबाव होने के कारण आप की हड्डी में फैक्चर का पता नहीं लगता लेकिन दर्द और सूजन की मात्रा बनी रहती है पता लगाने के लिए आपको एक्सरे करवाना पड़ता है तब कहीं जाकर पता लगता है रीढ़ की हड्डी में फैक्चर है या फिर नॉर्मल स्थिति है।

4. आप की स्थिति दिनों — दिन बिगड़ती जाती है मल और मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाते और सोते वक्त बहुत ही ज्यादा रीड की हड्डी के अंदर दर्द होता है।

रीड की हड्डी के फैक्चर का इलाज

रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर से बचाव – Prevention of Spine Fracture in Hindi

हम आपको यहां पर बताएंगे रीड की हड्डी को टूटने से कैसे बचाया जा सकता है

1. आप अपने कमर के और सर के ऊपर जायदा वजन ना रखें जिसके कारण आप की रीढ़ की हड्डी में इफेक्ट आता है कभी-कभी स्थिति बहुत ज्यादा बिगड़ जाती है रीड में इफेक्ट आने के साथ-साथ रीढ़ की हड्डी में दबाव आ जाता है और रीढ़ की हड्डी में फेक्चर की स्थिति बन जाती है।

2.रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर से बचने का सबसे अच्छा तरीका है ऑस्टियोपोरोसिस से बचना जिससे आपकी हड्डी में इफेक्ट बिल्कुल भी नही आएगा । अगर आपको पहले से ही ऑस्टियोपोरोसिस है, तो इसे और बढ़ने से रोकें। हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए दुध और दवाओं से हड्डियों के नुक्सान को रोका जा सकता है। भविष्य में फ्रैक्चर होने से रोकने के लिए यह एक महत्वपूर्ण तरीका है। अगर आपकी रीड की हड्डी स्वस्थ और मज़बूत होगी तो आप रीड के फैक्चर होने की समस्या से बच सकते है ।

और पढ़ें..पैर का फैक्चर कैसे ठीक करें ?

3.हड्डियों के घनत्व (Density) को जांचने के लिए समय समय पर परीक्षण करवाएं।

4. दुर्घटना से हमेशा बचे ।

5. धूम्रपान का बिल्कुल भी इस्तेमाल नही करें और नही शराब का सेवन करें इन सब फालतू की चीजों में निकोटीन होता है जो आपके शरीर की हड्डीयू को खोखला करता है जिस के कारण जरा सा भी हमारे ऊपर दबाव पढता है और हमारे शरीर की हड्डी इशारे में टूटी जाती है ।

6. आप अपने लेटने की स्थिति को सही करें उल्टे सीधे तरीके से लेटने के कारण आप की हड्डी में दबाव आ सकता है और कशेरुकाओं मैं भी सूजन के साथ-साथ दर्द होने की संभावना होने लगती है।

7.कम गहरे पानी में तैराकी करते समय कभी भी सिर के बल न कूदें।

रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर का इलाज – Spine Fracture Treatment in Hindi

रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर का उपचार कैसे किया जाता है ।

रीड की हड्डी में अगर फैक्चर किसी दुर्घटना के कारण हुआ है या फिर फिर ज्यादा वजन किसी वस्तु के कारण हुआ है तो आप सबसे पहले अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करने की कोशिश ना करें और आप कोई भी ऐसी गतिविधि करने की कोशिश ना करें जिसकी वजह से आप की रीढ़ की हड्डी पर इफेक्ट्स आए आपको सूजन कम करने के लिए उसके ऊपर ice पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं

2. रीड की हड्डी इधर या उधर नहीं खिसके उसके लिए आपको बेल्ट का उपयोग करना चाहिए – रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर की स्थिति में पीठ को सीधा रखने के लिए एक बेल्ट का उपयोग किया जाता है। इससे रीढ़ की हड्डी का हिलना डुलना कम होता है, जिससे दर्द में आराम मिलता है। हालांकि, बेल्ट का उपयोग सावधानी से डॉक्टर की सलाह के मुताबिक करना चाहिए क्योंकि इससे कमर से सम्बन्धी समस्याओं में मांसपेशियों की कमजोरी हो सकती है।

सर्जरी

डॉक्टर सर्जरी करते वक्त आप की रीढ़ की हड्डी जो नशे होती है उनको ठीक से लगाता है ताकि वह अपने स्थान पर रहकर अच्छे से काम कर सके और रीढ़ की हड्डी को स्टेबल करने के लिए उसको एडजस्ट करता है एडजस्ट करने के बाद अगर रीढ़ की हड्डी में फैक्चर गंभीर हुआ है तो रीढ़ की हड्डी को जोड़ने के लिए किसी पिंच या रोड का इस्तेमाल करते हैं जिसके सहारे से आप जो रीढ़ की हड्डी आसानी से जुड़ जाती है

इसके साथ-साथ डॉक्टर सर्जरी अच्छी तरीके से कर देता है डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही आप कोई भी कदम उठाएंगे तो डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही उठाना पड़ सकता है अन्यथा की स्थिति में आप स्वयं के नुकसान के भागीदार
होंगे।

कैल्शियम युक्त पदार्थ का सेवन करना

रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के लिए और रीढ़ की हड्डी के अंदर कैल्शियम की मात्रा को पूरा करने के लिए आपको कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन करना पड़ सकता है जैसे दूध छाछ हो गया और अन्य प्रकार के ड्राई फ्रूट्स जैसे और हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें जिससे आप की रीढ़ की हड्डी और शरीर की अन्य हड्डियां भी मजबूत हो जाए जिससे शरीर के अंदर फैक्चर होने की समस्या और हड्डियों के कारण दर्द होने की समस्या से छुटकारा मिल पाएगा।

जैतून या अरंडी का तेल से मालिश करना

रीड की हड्डी के दर्द को ठीक करने के लिए और उसके ऊपर सूजन कम करने के लिए आपको जैतून अरंडी का तेल से हल्के हल्के मालिश करना चाहिए सबसे पहले आपको जैतून जा अरंडी का तेल ले लेना है उसको हल्की आंच पर गुनगुना कर के अपनी रीढ़ की हड्डी के प्रभावित हिस्से पर हल्के हल्के हाथों से मालिश करने से आपके रीढ़ की हड्डी का दर्द और सूजन खत्म होने लगते हैं और लगातार ऐसा करने से आप की रीढ़ की हड्डी के दर्द की समस्या समाप्त हो जाएंगी।

रीढ़ की हड्डी की चोट को ठीक होने में कितना समय लगता है?

रीड की हड्डी की चोट के उपर निर्भर करता है की आपके रीड में सामान्यता सी चोट आई है तो यह चोट को ठीक होने में केवल 1 से 2 हपते लग सकते है अगर गंभीर चोट आई है तो आप पहले डॉक्टर से अच्छी तरह से सर्जरी करवाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह पर मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए जिससे आपकी रीड की चोट को ठीक होने में लगभग 1 महीना भी लग सकता है ।

यदि रीढ़ की हड्डी की चोट का संदेह है तो हमें क्या सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए?

अगर आपकी रीढ़ की हड्डी की चोट का संदेह है तो हमें सबसे पहले हम को किसी नजदीकी हॉस्पिटल में ले जाए और बचाव के लिए एक मजबूत सर्वाइकल कॉलर का उपयोग करना चाहिए मरीज को स्पाइन केयर यूनिट में रखना चाहिए जहा पर मरीज को हिलने डुलने को न मिले और उसके बाद डॉक्टर से सर्जरी करबाके उचित उपचार करवाना चहिए

रीड की हड्डी का ऑपरेशन होता है क्या?

रीड की हड्डी की हड्डी की स्थिति को देख कर डॉक्टर ऑपरेशन करता है और देखता है को रीड की हड्डी की चोट समन्यता है या गंभीर है तभी वह अपनी सर्जरी को स्टार्ट करता है रीढ़ की हड्डी सर्जरी (Spinal surgery), जिसे कंबल सर्जरी (lumbar surgery) के रूप में भी जाना जाता है, ‎निचले हिस्से में आयोजित किसी भी तरह की सर्जरी से संबंधित है। दो प्रकार की लम्बर सर्जरी होती है: लम्बर ‎फ्यूजन और कंबल डिकंप्रेशन (lumbar fusion and lumbar decompression) सर्जरी करवाने के बाद आपको डॉक्टर के द्वारा दिए गए परामर्श के अनुसार ही
इलाज करवाना चाहिए ।

नोट: आपको अगर रीड की टूटी हड्डी (फैक्चर) की समस्या है तो आपको तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करना चाहिए और उचित उपचार करवाना चाहिए।

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