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मेरी गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द क्यों होता है? कारण लक्षण और उपचार

गर्दन में दाहिनी तरफ दर्द का होना एक स्वाभाविक सी बात है आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने सिर के ऊपर भारी वजन उठा लेते हैं जिसके कारण हमारे गर्दन के दाएं या बाएं हिस्सा में दर्द होने लगता है यह दर्द तब होता है जब हम भारी वजन उठाते हैं या फिर हमारे सोने की मुद्रा ठीक नहीं होती हमारे काम करने का तरीका एवं पोश्चर भी ठीक नहीं होता है जिसके कारण हमारी गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है और गर्दन के दाहिने तरफ दर्द होने लगता है ।

गर्दन के दाहिने हिस्से के दर्द के साथ-साथ हमारी मांसपेशियां हमारी रीढ़ की हड्डी के साथ जुड़ी हुई होती हैं जिसके कारण गर्दन के दाहिने हिस्से के साथ-साथ हमारी रीढ़ की हड्डी में भी बहुत ज्यादा दर्द होता है और उसके साथ हमारे कमर के निचले हिस्से में भी बहुत दर्द होने लगता है।

हम इस लेख में जानेंगे की गर्दन के दाहिने हिस्से के दर्द को कैसे ठीक करते हैं इसका इलाज क्या है और इसके कारण लक्षण जिनको हम अपने ध्यान में रखें ऐसे कार्य बिल्कुल ना करें जिनकी वजह से हमारी गर्दन के दाहिने जाकर बाएं हिस्से में दर्द हो क्योंकि यह दर्द गंभीर ही होता है हम खाना खाने पानी पीने का कोई पदार्थ निगलने में असमर्थ हो जाते हैं ।।

मेरी गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द का इलाज

मेरे गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द होता है कि आप अपने सिर पर ज्यादा वजन उठा लेते हैं या फिर किसी दुर्घटना यह सोने की मुद्रा के कारण आपकी गर्दन की नस दब जाती है या भारी खीचाव जाता है जिसके चलते गर्दन के किसी भी हिस्से में दर्द हो सकता है और कभी कभी गर्दन के दाहिने मैं भी दर्द होता है और कभी-कभी गर्दन के बाएं हिस्से में भी दर्द होता है ।

गर्दन के दाहिने हिस्से के दर्द का इलाज़

गर्दन के दाहिने हिस्से के दर्द का इलाज? Garden ke dahine hisse ke dard ka ilaaj?

garden ke dahine hisse ke dard ka ilaaj

सूजन को कम करें –गर्दन के दाहिने हिस्से के इलाज के लिए आपको सबसे पहले उसकी सूजन को कम करने के लिए आपको आइस पैक का इस्तेमाल करना पड़ेगा । Ice pack कि इस्तेमाल करने के बाद सूजन कम हो जाती है।

गर्दन के दाहिने हिस्से के दर्द के इलाज के लिए आइस पैक को इस्तेमाल करने के लिए आपको सबसे पहले बर्फ के कुछ टुकड़े लेकर उसको एक सूती कपड़े लेकर अपनी गर्दन की सिकाई करें जिससे आपकी गर्दन की सूजन कम हो जाएगी।

अरंडी या जैतून का तेल लगाएं-गर्दन को मजबूत बनाने के लिए और गर्दन के दाहिने हिस्से के दर्द एवं झटके को आसानी से दूर करने के लिए आपको अरंडी या जैतून का तेल से मालिश कर सकते हैं आपको अरंडी का जैतून का तेल ले लेना है उसको गुनगुना करके हल्के हल्के हाथों से अपनी गर्दन पर मालिश करवाइए जिससे कि आपकी गर्दन की मांसपेशियां मजबूत होंगी और गर्दन में दाहिने हिस्से के दर्द की समस्या से आपको निजात मिलेगी।

गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द के लक्षण क्या है? garden ke dahine hisse ke dard ke lakshan kya hai ?

garden ke dahine hisse me dard ke lakshan kya hai

गर्दन को घुमाने में कठिनाई का होना –आपकी गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द और गर्दन मे झटका आने के कुछ शुरुआती लक्षण होते हैं आपको गर्दन को दाएं एवं बाएं घुमाने में बहुत ज्यादा असमर्थता का सामना करना पड़ता है बहुत ज्यादा पीड़ा जनक दर्द होता है ऐसी स्थिति में आप सही से खाना भी नहीं खा पाते और नींद भी नहीं ले पाते।

और पढ़ें…गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द हो तो क्या करें?

गर्दन का नीला हो जाना–गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द एवं गर्दन में झटका आने का एक सबसे बड़ा लक्षण होता है आपकी गर्दन पूरी तरह से नीलि हो जाती हैं यह लक्षण आपको बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है अगर गंभीर अवस्था का दर्द है तो आप तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें घर पर ही अपनी होम रेमेडीज का इस्तेमाल ना करें क्योंकि डॉक्टर इसकी जांच कर के अच्छी दवाइयां लिखकर आपकी गर्दन का नीलापन बिल्कुल खत्म कर देगा और गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द की समस्या और गर्दन में झटका के दर्द जैसी समस्या बिल्कुल खत्म हो जाएगी।

सिर में भी और आंखों में और कान में दर्द होना–जब आपकी गर्दन में झटका आ जाता है तो आप की गर्दन के अलावा आपके सिर में आंखों में और कानों में भी दर्द की लक्षण दिखाई देने लगते हैं और यह बहुत ही ज्यादा प्रभावित करते हैं हम को इसके साथ-साथ बुखार भी होने लगता है ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज ना करें तुरंत डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं या फिर पैन कलर लेकर भी अपने दर्द को ठीक कर सकते हैं।

गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द के कारण क्या है ?garden ke dahine hisse me dard ke karan kya hai ?

garden ke dahine hisse me dard ke karan kya hai ?

ज्यादा वजन को सिर पर उठा लेना –सर पर ज्यादा वजन उठाने के कारण हमारे गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द हो जाता है कभी कबार दाहिने हिस्से में दर्द के साथ साथ झटका और हमारी गर्दन में मोच आ जाती है और गर्दन की नस दब जाती है खिंचाव बहुत ज्यादा हो जाता है गर्दन के आसपास की त्वचा नीली पड़ जाती है सूजन भी बहुत ज्यादा आ जाती है नसों के खिंचाव के कारण गर्दन में दर्द बढ़ जाता है यह समस्या बहुत ज्यादा हो जाती हैं हम को खाना खाने पानी पीने गर्दन को दाएं और बाएं को घुमाने में बहुत ज्यादा असमर्थ था का सामना करना पड़ता है।

गलत मुद्रा में सोना

गलत मुद्रा में सोने से भी आपकी गर्दन में दबाव आ जाता है क्योंकि एक ही करवट पर लेटना जाकर गर्दन को दबाकर ऊपर या नीचे करके सोने से आपकी गर्दन की मांसपेशियों अकड़ जाती है और ब्लड सरकुलेशन भी रुक जाता है ऐसी स्थिति में आपकी गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द होने की संभावना बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है गर्दन के दाहिने हिस्से में दर्द इतना ज्यादा प्रभावित होता है कि आपको खाना खाने एवं पानी पीने की समस्या होने लगती है आप अपनी गर्दन को दाएं बाएं घुमा नहीं सकते ।

पोस्चर का ठीक नही होना ।

आपकी गर्दन का पोस्टर ठीक ना होने की वजह से आपकी गर्दन की मांसपेशियों में दबाव आता रहता है गर्दन को आप हमेशा एक ही अवस्था में स्थित नहीं रखें बल्कि इसे घुमाते रहना चाहिए ऐसा होता है कि आप मोबाइल से लैपटॉप जब किसी डेक्सटॉप पर बैठकर काम करते हैं तो आपका सिर का पोस्चर भी एक ही अवस्था पर रहता है ऐसी स्थिति में आप की गर्दन की मांसपेशियां अकड़ जाती है और गर्दन में नस जाने की समस्या और गर्दन में दर्द और सूजन की समस्या बहुत ज्यादा उत्पन्न हो जाती है और आप इसे बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं।

कोई एक्सीडेंट या भारी वस्तु का गर्दन पर लगना

कोई दुर्घटना जैसे एक्सीडेंट का हो जाना और उस एक्सीडेंट के कारण आपकी गर्दन में एकदम अचानक जोर का झटका लगने से भी आपके गर्दन की नस जाने की बहुत-बहुत संभावनाएं हो जाती हैं और गर्दन दाहिने हिस्से में दर्द और झटका आने की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं ऐसी स्थिति में गर्दन के अलावा शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं और कोई भारी वस्तु भी आकर अगर हमारी कंधों से टकरा जाती है तो गर्दन की मांसपेशियां बिल्कुल अस्वस्थ होने लगती हैं जिससे आपके गर्दन में ब्लड सरकुलेशन कम हो जाता है और गर्दन की नसें काम करना बंद कर देती हैं गंभीर स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

गर्दन की नसों में दर्द क्यों होता है in Hindi?

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने सिर के ऊपर भारी वजन उठा लेते हैं जिसके कारण हमारे गर्दन के दाएं या बाएं हिस्सा में दर्द होने लगता है यह दर्द तब होता है जब हम भारी वजन उठाते हैं या फिर हमारे सोने की मुद्रा ठीक नहीं होती हमारे काम करने का तरीका एवं पोश्चर भी ठीक नहीं होता है जिसके कारण हमारी गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है और नसों में भी बेहद ज्यादा दर्द होने लगता है ।

बाएं कंधे और गर्दन में दर्द क्यों होता है?

बाएं कंधे में और गर्दन में दर्द इसलिए होता है कि आप की गर्दन की मांसपेशियां कंधे की मांसपेशियों से जुड़ी हुई होती है अगर नसों में खिंचाव होता है तो वह खिंचाव कंधे की मांसपेशियों की तरफ तक होता है। भारी मात्रा में अपने सिर पर वजन उठा लेना या फिर सोने की गलत मुद्रा के तरीके से आपकी गर्दन की मांसपेशियों खीच जाती हैं और अकड़न आने के साथ-साथ आपके कंधे में भी भारी मात्रा में खिंचाव होता है इसीलिए बाएं कंधे और गर्दन में दर्द होता है।

गर्दन का दर्द कब गंभीर होता है?

गर्दन का दर्द जब गम्भीर होता है आप अपने आप श्वेता अपनी गर्दन का उपचार करते हैं और वह दर्द खत्म ही नहीं हो पाता ऐसा लगभग 1 से 2 सप्ताह तक चलता है यदि आपकी गर्दन में 1 से 2 सप्ताह के बाद भी श्वेता उपचार करने के बाद दर्द खत्म नहीं होता तो आप की गर्दन का दर्द गंभीर समस्या बन जाता है ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और अच्छे डॉक्टर से उपचार कराना चाहिए ताकि गर्दन का दर्द अच्छे से ठीक हो जाए।

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